लखनऊ। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के एक बार फिर से योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने जा रहे है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल आज यानि शुक्रवार शाम एक भव्य समारोह में योगी आदित्यनाथ के साथ दो उपमुख्यमंत्री सहित 52 मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। इससे पहले गुरुवार को लोकभवन में योगी आदित्यनाथ को भाजपा विधायकों की बैठक में सर्वसम्मति से नेता चुना गया। इस मौके पर पर्यवेक्षक के तौर पर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास मौजूद रहे।
भाजपा विधायक दल की बैठक में सुरेश कुमार खन्ना ने योगी के नाम का प्रस्ताव रखा जिस पर सभी विधायकों ने सहमति दे दी। उन्हें विधायक दल का नेता चुनने का प्रस्ताव नवीं बार विधायक चुने गए सुरेश खन्ना ने रखा। इसका अनुमोदन सूर्य प्रताप शाही, बेबी रानी मौर्य, रामनरेश अग्निहोत्री, सुशील शाक्य, नंदगोपाल नंदी ने किया।
योगी आदित्यनाथ के साथ फिर से केशव प्रसाद मौर्य उपमुख्यमंत्री के रूप में काम करते नजर आएंगे। वहीं दिनेश शर्मा की जगह बृजेश पाठक को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। इसके अलावा सूर्य प्रताप शाही, सुरेश खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह, बेबी रानी मौर्य, लक्ष्मण चैधरी, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, नंद गोपाल नंदी, भूपेंद्र सिंह चैधरी, अनिल राजभर, जितिन प्रसाद, राकेश सचान, अरविंद कुमार शर्मा, योगेंद्र उपाध्याय, आशीष पटेल और संजय निषाद को मंत्री बनाया गया है।
नितिन अग्रवाल, कपिल देव अग्रवाल, रविंद्र जयसवाल, संदीप सिंह, गुलाब देवी, चंद यादव, धर्मवीर प्रजापति, असीम अरुण राज, जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, अरुण सक्सेना और दयाशंकर मिश्रा दयालु को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है।
राज्य मंत्रियों में मनकेश्वर सिंह, दिनेश खटीक, संजीव गौड़, बलदेव सिंह ओलक, अजीत पाल, जसवंत सैनी, रामकेश निषाद, मनोहर लाल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, केपी मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान बाल्मीकि, प्रतिमा शुक्ला, राकेश राठौर गुरु, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दानिश आजाद अंसारी और विजय लक्ष्मी गौतम को शामिल किया गया है।