नई दिल्ली:विभिन्न क्षेत्रों में नोटबंदी के असर के आंकड़े आने लगे हैं। सोमवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से टैक्स वसूली के आंकड़े पेश किए जाने के बाद आज नोटबंदी के बाद बैंक अकाउंट्स में आए कैश की जानकारी सामने आई है। एक अधिकारी ने बताया कि 60 लाख से ज्यादा बैंक खातों में 2-2 लाख रुपये से ज्यादा कैश जमा किए गए हैं। अधिकारी के मुताबिक, नोटबंदी के बाद अघोषित आय का 3 से 4 लाख करोड़ रुपया बैंकों में जमा हुआ। उन्होंने बताया कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इसकी विस्तृत जांच कर रहा है।
अधिकारी ने बताया, ‘लोगों ने लोन रीपेमेंट में 80,000 करोड़ रुपये कैश दिए, वहीं निष्क्रिय पड़े खातों में भी 25,000 करोड़ रुपये जमा किए गए। इसके मुताबिक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और ईडी की ओर से कोऑपरेटिव बैंकों के विभिन्न अकाउंट्स में जमा की गई 16,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम की जांच चल रही है।’
आधिकारिक सूत्र ने बताया कि उत्तर-पूर्व के राज्यों के विभिन्न बैंक अकाउंट्स में 9 नवंबर के बाद 10,700 करोड़ रुपये कैश जमा किए गए। गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद विभिन्न सरकारी विभागों के लटके पड़े बिल भी भारी मात्रा में भरे गए। खासकर, बिजली वितरण कंपनियों के लिए नोटबंदी खुशखबरी लेकर आई। लोगों ने लंबे वक्त से अटके पड़े बिल कैश में चुकता कर दिए।
इससे पहले, सोमवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अलग-अलग टैक्स की वसूली का आंकड़ा पेश किया। जेटली ने बताया कि नोटबंदी के बाद सिर्फ कस्टम्स ड्यूटी को छोड़कर सभी तरह के टैक्स कलेक्शन में अच्छी-खासी वृद्धि हुई है।