शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI- सशस्त्र सीमा बल 39वीं वाहिनी की गौरीफंटा कंपनी एवं आसूचना ब्यूरो, गौरीफंटा की संयुक्त टीम द्वारा शनिवार को दोपहर तीन बजे के लगभग पांच नेपाली बच्चों को चाइल्ड ट्रैफकर्स के शिकार होने से बचाया ।
39वीं वाहिनी के कमांडेंट राजीव अहलूवालिया ने बताया कि सूचना मिली थी कुछ नेपाली बच्चों को कुछ नेपाली काम के बहाने दिल्ली भेजने के फिराक में थे , तत्काल कार्रवाई करते हुए गौरीफंटा कंपनी एवं आईबी गौरीफंटा की संयुक्त टीम ने बनगवां बाजार में तलाशी शुरू की जहां पांच नेपाली बच्चे सुशील बिष्ट, उम्र 12 साल , निवासी धनगढी नेपाल, इन्द्र बोगाटी, उम्र 12 साल निवासी धनगढी नेपाल , धीरज बड़ा उम्र 12 साल निवासी धनगढी नेपाल , निगम साऊद उम्र 12 साल निवासी धनगढी नेपाल एवं उमेश सिंह उम्र 13 साल निवासी धनगढी नेपाल को घूमते हुए रोका गया और पूछताछ में पता चला कि ये पांचों बच्चे धनगढी नेपाल के निवासी ज्ञानू (16) एवं रविन्द्र (17) के साथ दिल्ली जाने वाले हैं और दो दिन बाद वहां कोई मिलेगा ।
उक्त सूचना के बाद अन्य लोगों की भी खोज की गई परंतु कोई भी नहीं मिल सका । तत्पश्चात समस्त बच्चों को सशस्त्र सीमा बल गौरीफंटा कंपनी मुख्यालय पर लाया गया जहां नेपाल पुलिस एवं एपीएफ नेपाल की मौजूदगी में पुनर्वास शान्ति केंद्र की परामर्श दाता पार्वती चौधरी को अग्रिम कार्रवाई हेतु सुपुर्द कर दिया गया ।
कमांडेंट राजीव अहलूवालिया ने बताया कि सशस्त्र सीमा बल जनसमुदाय की सुरक्षा के लिए सीमा पर सदैव तत्पर है और इस प्रकार के असामाजिक तत्वों से भारत और नेपाल के नागरिकों को बचाने के लिए सदैव तत्पर रहेगी ।