लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अब बसपा प्रमुख मायावती के सुर में सुर मिलाते हुए पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों के लिए भाजपा और केंद्र की पुरानी सरकारों को जिम्मेदार माना है। अखिलेश ने कहा कि पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों के लिए केंद्र में विराजमान हो चुकी सभी सरकारें जिम्मेदार हैं। अखिलेश ने कहा कि पूरे देश में जनता जानती है कि कौन झूठ बोल रहा है। महंगाई बढ़ती जा रही है। जब सब लोग सड़क पर थे, उसी समय पेट्रोल-डीजल का दाम बढ़ा दिया।
महंगाई के लिए केंद्र सरकारें जिम्मेदार हैं। अखिलेश यादव सपा की नव साइकिल यात्रा का वाराणसी से लखनऊ पहुचने पर पार्टी दफ्तर में स्वागत कर रहे थे। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा कहती है कि आने वाले 50 साल तक उनकी सरकार रहेगी। भाजपा सरकार के फैसलों से जनता इतनी परेशान है कि वह इंतजार कर रही है कि कब उन्हें वोट डालने का मौका मिलेगा और वह कब उन्हें सबक सिखाए।
अखिलेश यादव ने प्रदेश के स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां नर्सें इंजेक्शन लगाती हैं और महिलाओं की मौत हो जाती है। बीमारों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। पता नहीं इंजेक्शन में दवा थी या पानी उसका जवाब सरकार दे। उन्होंने कहा कि सरकार ने 41 हजार पुलिस भर्ती रोक दी। यह कहकर कि नौजवान योग्य नहीं हैं। नौजवान तो योगी हैं पर सरकार ही अयोग्य है। उन्होने कहा कि बीजेपी के मंत्री खुद ही बोलते हैं कोर्ट भी हमारा, सरकार भी हमारी, कार्यपालिका भी हमारी, विधायिका भी हमारी।
बता दें कि इससे पहले बसपा प्रमुख मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। मायावती ने कहा कि भारत बंद के लिए भाजपा जिम्मेदार है। तेल की कीमतों पर मोदी सरकार का अड़ियल रवैया है, क्योंकि सरकार अपने पूंजीपति मित्रों को नाराज नहीं करना चाहती। मायावती ने महंगाई के मुद्दे पर भाजपा को कांग्रेस की ही टीम बताया है। बीजेपी सरकार ने भी उन्हीं की तरह आर्थिक नीतियों को जारी रखा है। अपनी गलत नीतियों की वजह से उसे सत्ता से हाथ धोना पड़ा था। बढ़ती महंगाई ने जनता की कमर तोड़ी है। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से जनता त्रस्त है।