लखनऊ 25 मार्च। उत्तर प्रदेश आर्टिस्ट एसोसिऐशन एवं फखरुद्दीन अली अहमद कमेटी के संयुक्त तत्वाधान में एस. एन. लाल लिखित व वामिक खान और एस.के.प्रसाद द्वारा निर्देशित उर्दू नाटक उमराव जान का मंचन वृन्दावन कालोनी स्थित होटल आँरनेट में किया गया।
द्वीप प्रज्जवलन से कार्यक्रम की शुरूआत करते हुये सर्वप्रथम समाज की प्रतिष्ठित हस्तियों डा. संगीता चैबे (भरतनाट्यम), श्रुती सिंह, विधि अग्रवाल , कृतिका मल्होत्रा (शिक्षा), पाॅलोमी शुक्ला, रिची सिंह (लेखन), सुल्ताना राव, दिशा बाजपेई, सीमा मोदी (फिल्म), अनुपमा राग, प्रियंका बाजपेई, कुसुम वर्मा (गायन), गरिमा (वूमन बाइक राइडर), डा.विनीता द्विवेदी (चिकित्सा), सबीहा अहमद, मीनाक्षी त्रिपाठी, रज़िया नवाज, श्वेता बाजपेई, कनक रेखा चैहान, शिखा सिंह (समाज सेवा) को बेग़म हजरत महल अवार्ड के तहत अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अगले प्रसून में नाटक उमराव जान की कहानी को ड्रामें की शक्ल में पेश कर उमराव के संवाद “लानत है तुम लोगों पर जिस मंदिर मस्जिद में मोहब्बत ढूंढना चाहिये उसके नाम पर एक दूसरे का खून बहा रहे हो और मोहब्बत तलाश करते हो मेरे कोठे पर।“ से हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे को भी उजागर किया गया। नाटक में सभी मजहबो-मिल्लत के लोगो को आपसे में मजहब के नाम पर लड़ना नही बल्कि मोहब्बत से रहना चाहिए का संदेश दिया गया है।
मंच पर उमराव जान-इशिका अरोरा, नवाब सुल्तान-ओम सिंह दिलावर खान-मोहम्मद हफीज, ठाकुर प्रताप सिंह-दीप सच्चर के साथ संध्या, कशिश, अरशद, सलमान, रेहान, अनुपमा, उदयवीर, इदरीस, अमित, सलीम, अदनान, अनुष्का, वर्तिका, श्रेया, अनुपम, हिमांशु मुख्य भूमिकाओ में नज़र आये। नाटक से जुड़े लोगों को उमराव जान अवार्ड भी दिये गये। इस दौरान उ.प्र.आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष वाॅमिक खान ने कहा कि समाज की विभिन्न विभूतियों को सम्मानति करते हुये हमे गर्व हो रहा है। उर्दू लेखको के नाटको का चलन भी तेजी से बढ़ रहा है इससे नाटक प्रेमियों में खुशी की लहर है। एसोसिएशन के सचिव संजय सिंह ने अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ व स्मृति चिह्न देकर किया व समापन पर कलाकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन अरशद खान ने किया।