लखनऊ। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 52वीं और महंत अवेद्यनाथ की सातवीं पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में शामिल होने आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुरु अवेद्यनाथ की आज 7वीं पुण्यतिथि है। उन्होंने कहा कि श्राद्ध पक्ष में ही दोनो पूर्व महंतों ने अपना शरीर छोड़ा था। जिसने 50 साल पहले इस पीठ को देखा होगा उसे आज परीवर्तन दिखाई दिया होगा।
सीएम योगी ने कहा कि सब कुछ सरकार के भरोसे नही होता। इसके लिए लोगों को भी आगे आना होता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जितनी यूपी की आबादी है उससे अधिक लोग प्रयागराज कुंभ में आये थे। तंज कसते हुए कहा कि पहले लोग यूपी का नाम सुनकर किसी को कमरा नही देते थे पर आज लोग यूपी का नाम सुनकर सहर्ष तैयार होते हैं। क्योंकि उनको लगता है कि आने वाला राम, कृष्ण और संतों का प्रतिनिधि है।
उन्होंने रामलला का जिक्र करते हुए कहा कि 1949 में अयोध्या में रामलला का प्रकटीकरण हुआ था और इसमें मौजूद लोगों को महंत दिग्विजय नाथ जी का संरक्षण प्राप्त था। मैं जब अयोध्या जाता हूँ तो पता नही चलता है की मैं गोरखपुर में हूं या अयोध्या में। वहां पर सब अपने लगते हैं। योग हजारों वर्षों की विरासत है। कोरोना के दौरान आयुष काढ़ा और आयुष कवच का लोगों ने खूब प्रयोग किया। अमेरिका में भी तुलसी का खूब प्रचलन कोरोना काल मे हुआ।
दुनिया का बौद्ध सिख हिंदू संकट में भारत को याद करता है और भारत उनको सहर्ष स्वीकार करता हैं। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा कि पहले की सरकारों में आतंकवादियों के मुकदमे वापस होते थे उनका महिमामंडन होता था पर आज ऐसा कोई नही कर पा रहा है। अच्छे प्रयास को प्रोत्साहित और गलत प्रयास को हतोत्साहित किया जाना चाहिए। पीठ ने हमेशा भारत के हित की बात करने वाले का समर्थन किया है।