लखनऊ। उत्तर प्रदेश में खोई हुई सियासी जमीन खोज रही कांग्रेस ने सत्ता में वापसी के मंगलवार को बड़ी घोषणा की। कांग्रेस ने यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देगी। प्रदेश की 403 विधानसभा सीट में से कांग्रेस 162 से अधिक सीट पर महिला प्रत्याशी उतारने का फैसला कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने किया है।
देश एवं उत्तरप्रदेश की महिलाओं को समर्पित मेरी प्रेस वार्ता।
एक नई शुरुआत…#लड़की_हूँ_लड़_सकती_हूँhttps://t.co/gj5PPOCYik
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 19, 2021
प्रियंका गांधी ने यूपी कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में मीडिया के समक्ष इस बात की घोषणा की। महाराजगंज से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ चुकीं पार्टी की वरिष्ठ नेता तथा प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत्र और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा ‘मोना के बीच में बैठी प्रियंका गांधी ने प्रदेश विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने की बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हमने 15 नवंबर तक आवेदन मांगे हैं। महिलाएं टिकट के लिए आवेदन करें। हमको तो देश के विकास के लिए महिलाओं को आगे लाना है।
प्रेसवार्ता के दौरान नारी सशक्तिकरण का बैनर भी लगाया लगा था, उसका थीम था, लड़की हूं, लड़ सकती हूं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने महिलाओं के हित में कांग्रेस का यह निर्णय उस पारो के कहने पर है, जिसने संगम पर मेरा हाथ पकड़कर कहा था मैं राजनीति में आना चाहती हूं। यह निर्णय, वैष्णवी, पारो, हाथरस की बेटी और प्रदेश की हर उस महिला के लिए है जो न्याय चाहती है, बदलाव चाहती हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि यह फैसला उस पूजा और मधु के लिए भी है जो रात के अंधेरे में मुझे सीतापुर के पीएसी कंपाउंड में घेरकर ले गयीं। उन्होंने कहा कि मेरा 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने का यह निर्णय उस बेटी पारो के लिए है, जिसने मुझसे कभी कहा था कि मैं नेता बनना चाहती हूं। एयर फोर्स के पायलट की बहन वैष्णवी के लिए जो भाई को खोकर भी पायलट बनना चाहती है। उन्नाव की उस लड़की के लिए है जिसे जलाकर मार दिया गया। उसकी भाभी के साथ और भाभी की नौ साल की बेटी के लिए भी है।
हाथरस की उस मां के लिए, जिसे न्याय चाहिए। लखनऊ की की बेटी लक्ष्मी वाल्मीकि के लिए जिसने आटीआई किया और नौकरी नहीं मिली। सोनभद्र की बेटी किस्मत के लिए है। यह निर्णय हर उस महिला के लिए है जो न्याय चाहती है। आगे बढऩा चाहती है।