लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पांचवें चरण की वोटिंग के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कुशीनगर के फाजिलनगर में स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए प्रचार किया। इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस चुनाव को महाभारत बताकर खुद को अर्जुन का तो अखिलेश को कृष्ण कहा। मौर्य ने कहा कि जो लोग योगी की गुलामी कर रहे हैं, उन्हें सरकार बनने पर छठी की याद दिला दी जाएगी।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर हिंदू-मुस्लिम विभाजन का भी आरोप लगाया। स्वामी प्रसाद ने भारत की आजादी में अशफाक उल्ला खां और वीर अब्दुल हमीद के योगदान का जिक्र करते हुए पूछा कि क्या उन्होंने इसलिए शाहदत दी कि आप उनके बेटे-बेटियों को देश से निकालोगे। उनके साथ सौतेला व्यवहार करोगे।
स्वामी ने कहा कि ये राजनीति के वे भूखे भेड़िये हैं, जो अपनी राजनीतिक सत्ता के लिए हिंदू-मुस्लिम को आपस लड़वाकर भाईचारे का कत्लेआम कर हिंदू-मुस्लिम का खून खराबा और हिंदू-मुस्लिम की लाश पर सत्ता हथियाना चाहते हैं। इन भूखे भेड़ियों से होशियार रहना। इनकी कोशिश रहती है कि कोई ऐसी बात करो कि हिंदू-मुस्लिम लड़ जाए।
स्वामी प्रयाद मौर्य ने समर्थकों से उन लोगों का नाम लिखकर रखने को कहा है जो सपा समर्थकों को परेशान करते हैं। मौर्य ने ऐसे अधिकारियों और लोगों को छठी का दूध याद दिलाने और पटकने की बात कही। उन्होंने कहा कि मुझे एक अधिकारी ने गोरखपुर से बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से मीटिंग की और कहा कि जहां मुस्लिम समाज है वहां ऐसा दबाव डालो को वोट ना पड़ पाए।
उन्होंने कहा कि सपा के कार्यकर्ताओं योगी की विदाई तय है। आप केवल उस अधिकारी का नाम नोट करना, या ऐसे गुंडे-मवाली का नाम याद रखना जो हमारे कार्यकर्ता को परेशान करता है। सरकार बनेगी तो छठी का दूध याद दिला दिया जाएगा। ऐसे लोगों का नाम जरूर लिखकर रखना, सरकार बनने के बाद सबसे पहले योगी की गुलामी करने वालों को ऐसा पानी पिला-पिलाकर पटकूंगा कि उनकी शेखी निकल जाएगी।