लखनऊ। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को वाराणसी में तीन जगहों पर काले झंडे दिखाए जाने को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ा ऐतराज जताया। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी हार के डर और बौखलाहट में ऐसा करवा रही है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि भाजपा के बिगड़े हालात हैं, क्योंकि दीदी-भइया साथ हैं। भाजपा पश्चिम बंगाल में हुई शर्मिंदा हार के सदमे से अभी भी नहीं उबरी है, इसीलिए सुश्री ममता बनर्जी जी को बनारस में काले झंडे दिखा रही है। ये भाजपाइयों की हताशा का ही दूसरा रूप है क्योंकि वो जानते हैं कि वो उत्तर प्रदेश भी बुरी तरह हार रहे हैं।
गौरतलब है कि बुधवार को वाराणसी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तीन स्थानों पर काले झंडे दिखाए गए थे। चेतगंज लेबर चौराहे के पास जुटे हिंदू युवा वाहिनी के 20-25 कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराकर उनका विरोध किया। ममता गाड़ी से उतरकर विरोध करने वालों के सामने आ गईं और कुछ मिनट तक वहीं खड़ी रहीं।
गंगा आरती के लिए जाते वक्त गोदौलिया चौराहा और दशाश्वमेध पर भी भाजपा के झंडे लहराकर और जय श्रीराम के नारे लगाकर उनका विरोध किया। आरती से लौटते वक्त गोदौलिया चैराहे पर भी दो युवकों ने उन्हें काले झंडे दिखाए थे।
ममता बनर्जी बुधवार शाम 4ः30 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचीं थीं। वहां पार्टी नेताओं ने उनका स्वागत किया। कुछ देर के विश्राम के बाद शाम साढ़े पांच बजे के बाद वह दशाश्वमेध घाट के लिए निकलीं। इसी दौरान चेतगंज में पहले से तैयार खड़े हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता उनके सामने आ गए और काले झंडे लहराते हुए ममता वापस जाओ के नारे लगाने लगे।
ममता का काफिला रुका तो वह कार से उतर गईं और विरोध करने वालों के सामने कुछ देर तक खड़ी रहीं। ममता बनर्जी की सुरक्षा टुकड़ी और चेतगंज पुलिस ने विरोध कर रहे युवकों को पीछे खदेड़ा। ममता ने कहा कि हार के डर से सत्ताधारी दल के इशारे पर उनका विरोध कराया जा रहा है।