नई दिल्ली। न्यूजीलैंड में खेले जा रहे आइसीसी महिला विश्व कप से भारतीय टीम को आखिरी लीग मैच में साउथ अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा है। इसी के साथ की इस विश्व कप से भारतीय महिला टीम का सफर खत्म हो गया है। क्राइस्टचर्च के हेगले ओवल में खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम को 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। भारत ने स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा और कप्तान मिताली राज के अर्धशतक के दम पर 7 विकेट पर निर्धारित 50 ओवर में 274 रन बनाए। और साउथ अफ्रीका को 275 रनों का लक्ष्य दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम ने आखिरी गेंद पर चैके के साथ 7 विकेट खोकर जीत हासिल किया। भारतीय टीम के पास आखिरी गेंद तक जीत का मौका था लेकिन वह इसे हासिल करने से चूक गई। साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 6 गेंद पर 7 रन की जरूरत थी। कप्तान मिताली ने गेंद दीप्ति शर्मा को थमाई। पहली गेंद पर 1 रन बना इसके बाद दूसरी गेंद पर हरमनप्रीत कौर के बाउंड्री से किए गए थ्रो पर त्रिषा चेत्री रन आउट होकर वापस लौटी।
भारत की उम्मीद पूरी तरह से जिंदा हो चुकी थी। अगली दो गेंद पर एक-एक रन बने फिर डु प्रेज की शाट पर हरमन ने कैच पकड़ा तो लगा अब काम बन गया। तभी कुछ ऐसा हुआ जिसने भारतीय फैंस का दिल तोड़ दिया। अंपायर ने गेंद को नो बाल करार दिया। इसके बाद दो गेंद पर दो रन की जरूरत थी जिसे आसानी से हासिल कर साउथ अफ्रीका यह जीत हासिल कर ली।
भारत ने पहले टाॅस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 274 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया था। स्मृति मंधाना और शैफाली वर्मा ने भारत को शानदार शुरुआत दिलवाई थी, दोनों ने पहले विकेट के लिए केवल 15 ओवर में 91 रन जोड़े थे। शैफाली वर्मा ने तेज-तर्रार 46 गेंदों पर 53 रन की पारी खेली। इसके बाद मंधाना ने मोर्चा संभाला। हालांकि वो शतक बनाने से चूक गईं। उन्होंने 71 रन की पारी खेली। कप्तान मिताली ने 68 रनों की पारी खेली।
भारतीय गेंदबाज 274 रन के बड़े स्कोर को डिफेंड करने में नाकामयाब रही। सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए भारत को हर हाल में यहां जीत चाहिए था लेकिन बल्लेबाजों के अच्छे प्रदर्शन के बाद भी गेंदबाजों का साथ नहीं मिला।