सीतापुर/अनूप पाण्डेय-कृष्ण मोहन मिश्र “राहुल”/NOI-उत्तरप्रदेश के सीतापुर- सकरन ब्लाक में विगत दस वर्षों से तैनात टीए का विवादों से गहरा नाता रहा है। वर्ष 20/21 में कलिमापुर व खानपुर ग्राम पंचायतों में तैनाती के दौरान टीए, सचिव, प्रधान ने मनरेगा से कराये गये 46 पशुबाड़ों का पैसा निकाल लिया था और धरातल पर केवल 20 ही पशुबाड़ा बने थे, जिसमें सेउता विधायक ज्ञान तिवारी ने अधिकारियों को पत्र लिखकर टीए की जांच कर कार्यवाही किए जाने बात कही थी, तब अधिकारियों ने टीए को उक्त ग्राम पंचायतों से हटा दिया था। हलांकि जांच अभी भी जारी है। उसके बाद दिनांक 8 दिसम्बर 22 को तकनीकी सहायक प्रदीप कुमार ने लखनऊ में एक शादी समारोह मे बारातियों से मारपीट कर फायरिंग की थी तथा दरवाजे पर खडी क्रिस्टा कार को तोड कर लूटपाट की थी। उक्त मामले में गुलशन कुमार पुत्र रात्येंद्र कुमार निवासी पानी गांव थाना इंदिरा नगर लखनऊ की तहरीर पर इंदिरा नगर पुलिस ने टीए प्रदीप कुमार पुत्र सियाराम सहित चार लोगों पर धारा 452, 323, 504, 506, 427 व अपराधिक कानून अधिनियम की धारा 7 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर लिया था। जिसमे लखनऊ पुलिस ने आरोपी टीए को जेल भेज दिया था। जेल जाने के बाद डीसी मनरेगा के द्वारा उक्त टीए को सकरन कि ग्राम पंचायतों से कार्य मुक्त कर दिया था। जेल से छूटने के बाद टीए ने वापस आकर पुन: उसी ब्लाक में तैनाती करवा ली थी। करीब 3 वर्ष बीतने पर अभी तक आरोपी टीए पर विभागीय कार्यवाही शून्य है। मामले में उपायुक्त मनरेगा जितेंद्र कुमार मिश्रा सीतापुर ने फोन नहीं उठाया।