इटावा- दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना सैयद अहमद बुखारी 21 अप्रैल को इटावा से उत्तार प्रदेश सरकार और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के खिलाफ विरोध का बिगुल फूकेंगे। प्रदेश सरकार व प्रशासन में मनवांछित हिस्सेदारी न मिलने पर अधिकार रैली के रूप में उन्होंने सपा प्रमुख को उनके ही गढ़ में घेरने का फैसला किया है। अहमद बुखारी के जनसंपर्क अधिकारी मुहम्मद आरिफ खान ने बुधवार को लोगों को अधिकार रैली की जिम्मेदारियां बांटीं।
इस अवसर पर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान आरिफ खान ने बताया कि प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के साथ मुस्लिम समाज के साथ सपा मुखिया द्वारा की गई वायदा खिलाफी को बुखारी उजागर करेंगे। इटावा शहर में अदनान की दिनदहाड़े हुई हत्या के बाद पुलिस ने एक आरोपी को तो पकड़ा। लेकिन केस का वर्क आउट करने का प्रयास नहीं किया गया। संतोषपुर गांव की घटना के बाद भी मुलायम सिंह यादव अथवा मुख्यमंत्री का इटावा आने के बावजूद गांव नहीं जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।
आरिफ खान ने कहा सरकार बनवाने में श्री बुखारी का बहुत बड़ा योगदान है। मुलायम सिंह यादव चुनाव से पूर्व अपने पुत्र अखिलेश यादव के साथ शाही जामा मस्जिद गए थे और समर्थन की अपील की थी। लेकिन अब वायदा खिलाफी पर उतर आए हैं। आरिफ खान ने बताया कि रैली की तैयारी के लिए 21 सदस्यीय कमेटी कार्य कर रही है। वार्ता मे प्रेम शकर शर्मा, जुग्गन कुरेशी, खादिम अब्बास, शिवराम दोहरे, सत्य प्रिय मानव आदि मौजूद रहे।
इन मुद्दों के साथ होगा घेरने का प्रयास
1- इंसाफ और सत्ता में मुसलमानों की हिस्सेदारी
2- रोजगारों और राज्य बलों में मुसलमानों की भर्ती
3- आतंकवाद के आरोप में गिरफ्तार निर्दोष मुसलमानों की रिहाई
4- नवेश आयोग और सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू करना
5- मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में सरकारी अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों की स्थापना
6- मुसलमानों को आरक्षण और उर्दू शिक्षकों की बहाली