इटावा- आगरा से भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया ने बताया कि वह यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे टाउनशिप के लिए किसानों की जमीन का जबर्दस्ती अधिग्रहण का मुद्दा 23 अप्रैल को संसद में उठाएंगे। वह भूमि अधिग्रहण मुद्दे को लेकर चल रही पदयात्रा का समर्थन करने बुधवार को यहां आए थे। उन्होंने बताया कि किसानों की पदयात्रा 26 अप्रैल को लखनऊ पहुंचेगी। वहां मुख्यमंत्री से मिलकर टाउनशिप की जमीन किसानों को वापस किए जाने की मांग रखी जाएगी।
श्री कठेरिया ने कहा कि मायावती सरकार ने यमुना एक्सप्रेस वे के लिए किसानों से समझौता किया। तब किसानों ने नोएडा से आगरा तक 165 किमी जमीन यमुना एक्सप्रेस वे के लिए 1600 हेक्टेयर जमीन जेपी इन्फ्राटेक को दे दी। इसके बाद जेपी इन्फ्राटेक ने तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती से मिलकर यमुना एक्सप्रेस वे के किनार 5 टाउनशिप के लिए 2500 हेक्टेयर जमीन का जबर्दस्ती अधिग्रहण किया। ऐसा करके किसानों के साथ धोखा किया गया। क्योंकि समझौते में जो वादे किए गए थे वे टूट गए।
उन्होंने कहा कि यमुना एक्सप्रेस वे की तर्ज पर ही अखिलेश सरकार लखनऊ-आगरा हाइवे के लिए जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके अलावा सरकार हाइवे के किनारे कन्नौज, सैफई, शिकोहाबाद व उन्नाव में टाउनशिप बनाने के लिए किसानों की जमीन का सस्ते दामों में अधिग्रहण कर लेना चाहती है। यह किसानों के साथ फिर धोखा होगा।
सांसद कठेरिया ने बताया कि छलेसर आगरा में धरने के दौरान 26 अगस्त 2010 को सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने मायावती सरकार की भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया की समीक्षा कर किसानों को न्याय दिलवाने का वादा किया था। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अधिग्रहण के विरोध में नोएडा से कुबेरपुर आगरा तक साइकिल यात्रा निकाली थी। इसके बावजूद आज भी किसान अधिग्रहण के विरुद्ध संघर्ष कर रहा है। लेकिन आज तक न्याय नहीं मिला।