देवबंद में सिपाही के डंडे से लगी चोट से फल विक्रेता की मौत के बाद हिंसा भड़क उठी है. इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
भड़की हिंसा के बाद गुस्साई भीड़ ने एक दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया. दुकानों में जमकर तोड़फोड़ की. उपद्रवियों ने मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा. इस मामले में पांच लोगों को अरेस्ट किया गया है, अन्य उपद्रवियों की तलाश की जा रही है.
वहीं इस घटना के बाद अखिलेश सरकार हरकत में आ गई. इस मामले में देवबंद के सीओ का ट्रांसफर कर दिया गया है वहीं इस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित भी कर दिया गया है.
खास बात यह है कि प्रशासन ने आगजनी और तोड़फोड़ के आरोप में आठ लोगों को नामजद करते हुए करीब 700 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. वहीं एसपी देहात के गनर से लूटी गई एके-47 की तलाश की जा रही है.
गाड़ियों में लगाई आग
उल्लेखनीय है कि गुस्साए लोगों ने मंगलवार की देर रात में पुलिस की एक जीप समेत कई गाड़ियों में आग लगा दी थी और दुकानों में तोड़फोड़ की. सरकारी गेस्ट हाउस को भी आग के हवाले कर दिया था. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने फायरिंग भी की.
लोगों का कहना है कि पुलिसकर्मी के डंडा मारने से फल विक्रेता की मौत हुई और इसके लिए पुलिस ही जिम्मेदार है.
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मेरठ जोन के आईजी और डीआईजी सहारनपुर रेंज मौके पर पहुंचे और दूसरे जिलों की भी फोर्स को बुलाया गया.
फिलहाल स्थिति को नियंत्रित बताया जाता है. मृतक अफजाल के ससुर ने इस मामले में रिपोर्ट लिखा दी है. उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मी से नोकझोंक के बाद अफजाल की मौत हार्ट अटैक से हुई.
उल्लेखनीय है कि मंगलवार की शाम देवबंद में एक फल विक्रेता की मौत के बाद बवाल हो गया था. इलाके में भारी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया है.
सिपाही के डंडे से अफजाल की मौत
मोहल्ला नेचलगढ़ निवासी अफजाल (40) नगर के एमबीडी चौक पर फलों की रेहड़ी लगाता थे. परिजनों का आरोप है कि शाम सात बजे एक सिपाही ने रेहड़ी हटाने के लिए उसे डंडा मारा, जिससे चलते उसकी मौत हुई गई. इस पर देवबंद में आक्रोश फैल गया.
आक्रोशित परिजनों ने स्थानीय लोगों ने साथ मिलकर शव को एमबीडी चौक पर रखकर जाम लगा दिया. गुस्साए लोग शव को उठाकर हाइवे पर ले आए.
आलाधिकारियों ने ने लोगों को समझाने का प्रयास किया तो गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर पेट्रोलिंग कार में आग लगा दी. एक दर्जन से अधिक वाहन को आग के हवाले कर दिया गया. दर्जनों दुकानों में तोड़फोड़ की गई.