नई दिल्ली: बाड़मेर लोकसभा सीट से टिकट न मिलने से नाराज़ बीजेपी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह ने सोमवार को बाड़मेर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भर दिया।
जसवंत सिंह ने नामांकन दाखिल करने के बाद एक भाषण में बीजेपी हाईकमान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे और राजनाथ सिंह ने मेरे साथ गद्दारी की है और बीजेपी के सिद्धांतों को धोखा दिया है।
बाडमेर के जिला कलेक्टर एवं निर्वाचन अधिकारी भानु प्रकाश एटेरू ने बताया कि जसवंत सिंह ने नांमाकन पत्र के तीन सेट पेश किए हैं । उनके साथ चार समर्थक भी नामांकन पत्र दाखिल करने के वक्त मौजूद थे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और दार्जिलिंग सीट से सांसद 76 वर्षीय जसवंत सिंह इस बात से विचलित थे कि कांग्रेस छोडकर पिछले दिनों भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद कर्नल सोना राम को बाडमेर संसदीय सीट से टिकट दिया गया है। सिंह ने भाजपा आलाकमान से अपने घर (बाडमेर) से लोकसभा का अन्तिम चुनाव लड़ने का अनुरोध करते हुए टिकट मांगा था। बावजूद इसके टिकट नहीं मिलने पर सिंह ने सोमवार को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है।
रविवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने इस बात का ऐलान किया। चुनाव के बाद ख़ुद को पार्टी में एडजस्ट किए जाने के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के बयान पर उन्होंने कहा कि वो कोई फर्नीचर का टुकड़ा नहीं हैं, जिसे एडजस्ट करने की बात हो रही है।
जसवंत ने कहा कि पार्टी की अंदरुनी कलह का असर लोकसभा चुनाव के परिणाम पर दिखेगा, हालांकि बीजेपी छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अपने साथियों और कार्यकर्ताओं से पूछकर वो इस बारे में कोई फ़ैसला लेंगे।
जसवंत सिंह के कदम से बीजेपी भी एक्शन में आ गई है और अपने विधायकों को तलब कर कहा है कि कर्नल सोनाराम को जिताना है।