नई दिल्ली, एजेंसी । एविएशन इंडस्ट्री को दुनिया की सबसे ग्लैमरस इंडस्ट्रीज में से एक माना जाता है। इसमें एक शानदार लाइफस्टाइल के साथ-साथ अच्छा खासा पैसा कमाने का भी इंतजाम है लेकिन एविएशन का मतलब सिर्फ हवाई जहाज में पायलट होना ही नहीं होता। इसके अलावा भी इस इंडस्ट्री में बहुत से ऐसे काम हैं जिसके बारे में ज्यादा लोगों को पता भी नहीं है। इसमें एयरपोर्ट पर मेनेजमेंट से लेकर एयर ट्रैफिक कंट्रोल तक का काम आता है।
पुणे के सावित्रीबाई फूले यूनिवर्सिटी इसी क्रम में एविएशन इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से विचार-विमर्श करने के बाद अपने यहां एक नए कोर्स की शुरुआत करने की तैयारी में है। कोर्स का नाम ‘एम टेक इन एविएशन मेनेजमेंट’ रखा गया है। पहले इस कोर्स का नाम एम टेक इन एविएशन था। यूनिवर्सिटी के अकादमिक काउंसिल के पास कोर्स के फॉर्मेट को बदलने का प्रपोजल दे दिया गया है। साथ ही साथ यूनिवर्सिटी ने काउंसिल के सामने तीन साल का एक अंडर ग्रेजुएट कोर्स भी शुरू करने का फैसला किया है।
यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर वासुदेव गड़े ने बताया कि छात्रों को पायलट बनाने के बजाय, कोर्स इन्हें एयर ट्रैफिक और ग्राउंड क्लीयरेंस मेनेजर बनाने की ओर ध्यान देगा। साथ ही कोर्स के नाम को लेकर उन्होंने बताया कि इसका फैसला इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स से बात करने के बाद किया गया है। इसका सजेशन एयर इंडिया की ओर से आया था।
उनका कहना था कि ये वो विषय है जिसमें करियर के ज्यादा ऑप्शन हैं। इन क्षेत्रों में ट्रेंड स्किल्ड लोगों की जरूरत है। इसलिए हमने कोर्स को एम टेक इन एविएशन से एविएशन मेनेजमेंट किया है।
इस कोर्स की खास बातें
यूनिवर्सिटी कोर्स को जर्मनी और मायामी के दो फ्लाइट स्कूल के साथ मिलकर कंडक्ट करेगी। जिसमें छात्रों को कोर्स में जर्मनी या मायामी में से किसी एक को चुनने की आज़ादी होगी। पास आउट होने वाले छात्रों को डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन के भी टेस्ट को पास करना होगा।
तीन साल के डिग्री कोर्स के बारे में वीसी ने बताया कि कोर्स में 20 सीट होंगे जिसके लिए एक आल इंडिया लेवल का टेस्ट लिया जाएगा। तीन साल के कोर्स के लिए फी तकरीबन 26-30 लाख के आस-पास होगी। यूनिवर्सिटी के एम टेक इन एविएशन कोर्स की फी लगभग 65 लाख है।
इंडस्ट्री से बुलाए जाएंगे एक्सर्ट फैकल्टी
दोनों हो कोर्स में इंडस्ट्री से एक्सपर्ट लोगों को फैकल्टी के तौर पर बुलाया जाएगा। एम टेक इन एविएशन मेनेजमेंट के लिए सिलेबस को इंडस्ट्री में एक्सपर्ट्स के साथ मिल कर फिर से डिजाइन कर लिया गया है। जिसे अकादमिक काउंसिल के पास भेज दिया गया है। एक बार काउंसिल से पास होने के बाद बी टेक के लिए भी इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के साथ मिल कर सिलेबस प्लान करने की तैयारी है।
आज की तारीख में बहुत कम ही यूनिवर्सिटीज ऐसी हैं जो एविएशन में ग्रेजुएट लेवल का कोई कोर्स ऑफर कर रही हो। बीटेक इन एविएशन के लिए हायर सेकेंडरी लेवल के स्टूडेंट्स अप्लाई करने के लिए एलिजिबल होंगे।