पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में एक महीने पुरानी भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में बगावत शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह पर अनावश्यक हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य मंत्री एल जयंत कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के कोटे से मंत्री बने थे।
जयंत कुमार के पास तीन अन्य विभागों का प्रभार था। समस्या का समाधान निकालने के लिए बीरेन सिंह दिल्ली पहुंचे हैं। कार्मिक विभाग का प्रभार संभालने वाले मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने जयंत कुमार से सलाह-मशविरा किए बगैर स्वास्थ्य निदेशक ओकराम इबोमचा को निलंबित कर दिया था। इबोमचा पर कोई आरोप नहीं था। निलंबन आदेश में सिर्फ अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात कही गई है। इबोमचा पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के निकट संबंधी हैं। जयंत कुमार ने कैबिनेट में खुद को शामिल करने के लिए बीरेन सिंह का धन्यवाद करते हुए लिखा कि हस्तक्षेप के चलते वह अपने उद्देश्यों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
जयंत कुमार के अलावा एनपीपी के तीन अन्य विधायकों को भी गठबंधन सरकार में मंत्री पद दिया गया है। सूत्रों की मानें तो वे भी विभागों को लेकर असंतुष्ट हैं। उरीपोक से एनपीपी विधायक और पूर्व पुलिस महानिदेशक जॉय कुमार गृह विभाग चाहते थे, लेकिन मुख्यमंत्री ने उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया है। बीरेन सिंह ने गृह विभाग अपने पास रखा है। भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने 15 मार्च को राज्य का कमान संभाला। उस वक्त भाजपा, एनपीपी, नगा पीपुल्स फ्रंट और लोक जनशक्ति पार्टी के कुल नौ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। इसके बाद 23 मार्च को तीन अन्य को भी कैबिनेट में शामिल किया गया था।