शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर नवाबगंज के सहावपुर में रविवार रात घर के भीतर परचून दुकानदार मक्खनलाल गुप्ता (48)) को पत्नी मीरा (46) और दो जवान बेटियों समेत बेरहमी से मार डाला गया। बेटियों के साथ रेप के अलावा घर में लूटपाट भी की गई। छत के रास्ते मकान में दाखिल हुए अपराधी वारदात के बाद पिछला दरवाजा खोलकर फरार हो गए। सोमवार सुबह घटना की जानकारी मिलने पर आईजी जोन और डीआईजी समेत एसटीएफ तथा क्राइम ब्रांच टीम पहुंच गई। पुलिस और नेताओं को भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ा। नामजद रिपोर्ट लिखकर यादव परिवार के पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। देर रात तक उनसे पूछताछ की जा रही थी।
सहावपुर गांव में मक्खनलाल गुप्ता का घर सड़क से सटा है। उसने घर में किराने की दुकान खोल रखी थी। उसके जरिए वह पत्नी मीरा, तीन बेटियों और पुत्र रंजीत गुप्ता (24) के साथ गुजारा करता था। बड़ी बेटी रंजना मेरठ से बी. फार्मा करने के बाद शिमला की एक फर्म में नौकरी करने लगी। बेटा रंजीत बीए की परीक्षा देने के लिए 20 अप्रैल से प्रतापगढ़ गया था। रविवार को घर में मक्खनलाल पत्नी और दो बेटियों के साथ था। देर शाम तक लोगों ने उसे दुकान में देखा था।
सोमवार सुबह करीब सात बजे प्रतापगढ़ से पुत्र रंजीत ने घर में बहन को कई बार फोन किया। रिंग होती रही लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। फिर उसने आधा किलोमीटर दूर रहने वाले अपने चाचा नोखेलाल को फोन किया तो वह उसके घर पहुंचे। चैनल गेट में भीतर से ताला लगा था। देर तक आवाज देने पर भी जब मक्खनलाल और उसकी पत्नी-बेटियां बाहर नहीं आईं तो नोखेलाल मकान के पिछले दरवाजे की तरफ गए। दरवाजा खुला था। नोखेलाल कमरे में गए तो वहां का नजारा देख सन्न रह गए। बिस्तर पर मक्खनलाल के साथ पत्नी मीरा और बड़ी बेटी खून से लथपथ पड़ी थीं। छोटी बेटी भी फर्श पर लहूलुहान पड़ी थी। नोखेलाल ने बाहर निकलकर शोर मचाया तो आसपास के लोग जुट गए। 100 नंबर पर सूचना पाकर नवाबगंज पुलिस के साथ एसपी गंगापार मुन्नलाल और सीओ सोरांव आलोक मिश्रा आ गए। निरीक्षण में पता चला कि मक्खनलाल को पत्नी और दोनों बेटियों समेत मार दिया गया है।
दोनों बेटियों के कुछ कपड़े नदारद थे। उनके साथ रेप किया गया था। मां मीरा के भी कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। दंपति और बेटियों के सिर, चेहरे, पेट, सीने पर चाकू जैसे औजार के अलावा मूसल से वार किए गए थे। मौके पर पुलिस को खून सना मूसल (खलबट्टा) मिला है। कमरे में रखी आलमारी खुली थी। सामान बिखरा था। गहनों के डिब्बे खुले पड़े थे। मौके पर एसएसपी शलभ माथुर के साथ डीआईजी विजय यादव और आईजी जोन डॉ.केएस प्रताप कुमार भी आ गए। देर से आने पर पुलिस अधिकारियों के साथ ही नेताओं को भी भीड़ के गुस्से का सामन करना पड़ा।
निरीक्षण के बाद पुलिस का अनुमान है कि आधी रात बाद छत के रास्ते घुसे अपराधियों ने पहले दंपति को मार डाला। फिर रेप के बाद बेटियों का कत्ल किया और लूटपाट कर पिछले दरवाजे से निकल भागे। घटना की जानकारी पाकर प्रतापगढ़ से आए पुत्र रंजीत ने आरोप लगाया कि कुछ दूर पर रहने वाले यादव परिवार के लोगों ने ही उसके माता-पिता और बहनों को मारा है। उन लोगों ने होली पर धमकी दी थी कि पूरे परिवार को खत्म कर देंगे।। पुलिस ने सभी पांच आरोपियों राजबहादुर यादव उर्फ भल्लू, शिवबाबू यादव, नवीन, नरेंद्र, अजय को पकड़ लिया। पकड़े गए लोगों ने ही कत्ल किया या हत्यारे कोई और हैं, इसकी एसटीएफ के साथ क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। पुलिस आशनाई के एंगल पर भी तफ्तीश कर रही है।