बहराइच,अब्दुल अजीज:NOI।जनपद के ए आर टी ओ दफ्तर में चल रही दलाली को खत्म कराने के मकसद से जिलाधिकारी अजय दीप सिंह और पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सक्सेना के संयुक्त निर्देशन पर शनिवार को नगर मजिस्ट्रेट मानवेन्द्र सिंह और सी ओ सिटी विजय शंकर मिश्रा की टीम द्वारा स्थानीय ए आर टी ओ कार्यालय पर अचानक छापेमारी कर वहां मौजूद लगभग 150 लोगों की जामा तलाशी और पूछताछ कर 15 लोगों को संदिग्ध मानते हुये हिरासत में लेकर कार्यवाही की गई है। इस कार्यवाही के समय आर टी ओ दफ्तर के सामने कुर्सी मेज लगाकर दलाली करने वाले लगभग आधा दर्जन दलालों को भी हिरासत में लेकर कार्यवाही की गई है।इस पूरी कार्यवाही के संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए नगर मजिस्ट्रेट ने बताया कि ये कार्यवाही जिलाधिकारी के आदेश पर की गई है
जिसमें ये बराबर शिकायत मिल रही थी कि यहां पर पूरी तरह से दलालों ने अपना कब्जा जमा रखा है और किसी भी सामान्य नागरिक का कोई काम बिना दलालों के सहयोग से नही हो पाता है,जिसकी वजह से ये कार्यवाही अमल में लायी गयी है।इस सम्बंध में पुलिस द्वारा जारी की गई लिस्ट के मुताबिक अता मोहम्मद,जावेद सिद्दीकी,महेश,सर्वेश कुमार,राज कुमार,श्रीकान्त मिश्रा,मुदस्सिर,अर्श मोहम्मद,मोहम्मद दानिश, नियाजुद्दीन,मोहम्मद आफताब,सलीम खान,सुहैल अहमद,जमाल अहमद और रमेश कुमार को हिरासत में लेकर सी आर पी सी की दफा 151 के तहत कार्यवाही की गई है जबकि जो लोग दफ्तर के बाहर कुर्सी मेज लगा कर इस अवैध काम को अंजाम देते हुये पाये गये हैं उनपर पुलिस ऐक्ट की दफा 34 की भी कार्यवाही की जा रही है। इस छापेमारी की कार्यवाही में सी ओ सिटी और सिटी मजिस्ट्रेट के अलावा कोतवाली नगर व थाना राम गांव की पुलिस भी शामिल रही।
स्थानीय आर टी ओ आफिस में हुई इस छापेमारी के सिलसिले में सूत्रों से पता चला है कि बहराइच का ये आर टी ओ आफिस प्रदेश का ऐसा इकलौता आर टी ओ आफिस है जहां पर दलालों से दलाली की जाती है,अर्थात यहां पर ए आर टी ओ की सहमति से दफ्तर में काम करने वाले सभी स्टाफ के पास 2-2,4-4 प्राइवेट दलाल आफिस की कुर्सी पर बाबुओं की तरह बैठ कर दलाली करते हैं जो बाहर बैठने वाले वास्तविक दलालों से फाइलें लेकर काम कराते हैं,लेकिन आज की इस कार्यवाही में दफ्तर के अन्दर बैठने वाले किसी भी सरकारी दलाल के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई है जो शासन और प्रशासन की कार्य शैली पर सवालिया निशान भी लगा रहा है।
सूत्रों का ये भी कहना है कि दफ्तर में बैठने वाले इन सरकारी दलालों की अधिकारियों में इतनी पकड़ है कि दफ्तर के बाबुओं की सीटों का आवंटन भी आर टी ओ महोदय इन सरकारी दलालोन के इशारे पर उसकी मर्जी से करते हैं।इनमें से एक ऐसा भी प्राइवेट सरकारी दलाल है जिसके बारे में ये भी कहा जाता है कि उसकी पकड़ प्रदेश सरकार के एक मंत्री से भी है और उसे लोग सबन्धित मंत्री का बहुत करीबी मानते हैं और उसके ही इशारों पर पूरे आर टी ओ दफ्तर का काम काज संचालित होता रहता है।ऐसी स्थिति में यहां जब- जब कोई पुलिसिया कार्यवाही होती है तो उस दलाल सहित अन्दर बैठे सभी दलाल कार्यवाही से मुक्त हो जाते हैं और उनकी गाज बाहर बैठे दलालों पर गिरती रहती है,लेकिन फिर भी यहां के कामकाज की ऐसी हालत बन चुकी है कि उसपर लगाम लगा पाना प्रशासन के हाथ मे नही रह गया है।अब देखना ये है कि सरकारी काम काज के सुधार का बीड़ा उठाने वाली प्रदेश की योगी सरकार बहराइच के इस आर टी ओ आफिस में फैले भरस्टाचार को कैसे खत्म करा पाती है और यहाँ फैला दलाली का मकड़जाल कैसे समाप्त किया जा सकेगा