नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव तारीखों की घोषणा होते ही वहां चुनावी संग्राम तेज हो गया है। सभी दलों ने चुनावी समर में खुद को आक्रामक बनाकर हमले भी तेज कर दिए है। एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए सभी दल तीखे नारों के साथ उतर रहे हैं। प्रत्याशियों की घोषणाओं के बीच चुनावी सभाओं के कार्यक्रम तो तेज हो गए हैं, वहीं चुनावी नारे भी बदल-बदलकर आ रहे हैं। सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस में नए नारों को लेकर जोश है। हालांकि नारों के मामले में भाजपा काफी आगे है और तीखापन के साथ मारक नारों के साथ जनता के बीच में है। नारों के माध्यम से सपा-बसपा और कांग्रेस पर भाजपा हमले कर रही है। जनता के बीच इन्हें पसंद भी किया जा रहा है। इसके अलावा भाजपा नई थीम के गानों के साथ भी उत्तरप्रदेश में वाहनों को दौड़ रही है। भाजपा का एक गाना बहुत ही लोकप्रिय है, वह है परिवर्तन लाएंगे, कमल खिलाएंगे। इसके अलावा चुनाव प्रचार में भाजपा सपा के गुंडाराज और बसपा के भ्रष्टाचार पर हमला करते हुए नारे दे रही है कि ना गुंडा राज ना भ्रष्टाचार, अबकी बार भाजपा सरकार। हर चुनावी सभा में यह नारा गुंजायमान हो रहा है। लोकसभा चुनाव की तर्ज पर पीएम मोदी के लिए दिए गए नारे अबकी बार, मोदी सरकार की तर्ज पर वहां एक नया नारा चल रहा है, वह अबकी बार, भाजपा सरकार। सपा परिवार में चल रहे घमासान को लेकर भी भाजपा का एक नारा खूब चलन में है। बाप-बेटे के ड्रामे हजार, नहीं चाहिए सपा सरकार। इसके अलावा क्यों यूपी का किसान है बदहाल, उखाड़ फेंकों ऐसी निठल्ली सरकार जैसे नारे भी लग रहे हैं।