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Wednesday, January 15, 2025

इन बदमाशों के हैं अपने उसूल, कोई छींक भी दे तो वापस लौट आते हैं


गुड़गांव।खून, अपहरण, लूटपाट, चोरी, छीनाझपटी जैसी की वारदात के पीछे भी किसी की आस्था छिपी होती है! यह बात हैरान करने वाली है, लेकिन सही है। कई आपराधिक गिरोह ऐसे हैं जो वारदात करने के लिए घर से निकलने से पहले मुहुर्त देखते हैं। कोई गिरोह अमावस को वारदात नहीं करता तो कोई छींक को अपशगुन मानकर बिना वारदात किए लौट जाता है। इनमें बावरिया, इरानी और पारदी गिरोह शामिल हैं। यूपी, हरियाणा और राजस्थान में हुईं कई वारदात के दिन और समय की जांच-पड़ताल के अलावा इन गिरोहों के अब तक पकड़े गए बदमाशों से हुई पूछताछ में यह बात सामने आई है।

पारदी: कोई छींक भी दे तो लौट आते हैं

यह गिरोह रात को घरों में घुसता है। जिस कमरे में लोग सो रहे होते हैं, ये सबसे पहले उसे बाहर से बंद कर देते हैं। वारदात से एक दिन पहले ये रेकी करते हैं। ये 5-6 की संख्या में निकते हैं। रोड साइड घरों को अधिक टारगेट करते हैं। इस गिरोह में अंधविश्वास का आलम यह है कि ये लोग अगर वारदात के लिए जा रहे हैं और कोई छींक दे तो लौट जाते हैं। बीते सप्ताह रोहतक रेलवे स्टेशन से यह लोग चले। यहां पर किसी ने छींक मार दी। इसके बाद यह गिरोह वारदात करने के लिए नहीं गया। इस गिरोह को इसके बाद क्राइम ब्रांच गुड़गांव की टीम ने पकड़ा।
इरानी: सप्ताह में एक ही बार वारदात करते हैं

यह गिरोह अपने आप को पुलिस बताकर महिलाओं से जूलरी ठगता है। ये भी 5 से 6 के ग्रुप में वारदात को अंजाम देते हैं। यह गिरोह वारदात के लिए दोपहर का समय चुनता है। एमपी और महाराष्ट्र से आने वाला यह गिरोह सप्ताह में एक बार ही वारदात करता है। सप्ताह में 2 बार वारदात को यह अपशगुन मानते हैं। इसके अलावा यह गिरोह वारदात से पहले महिला को नमस्ते करने को सही मानते हैं।
बावरिया: आधी रात बाद करते हैं वारदात

यह गिरोह 8 से 10 की संख्या में अपराध करने निकलता है। ये रात के समय वारदात करते हैं। इस दौरान ये मारपीट से भी गुरेज नहीं करते हैं। अगर ये किसी घर में घुसे हैं तो लूटपाट से पहले पूरे परिवार को बंधक बनाते हैं। इस दौरान ये महिलाओं से रेप तक करते हैं। यह गिरोह अंधेरी रात में और आधी रात के बाद वारदात करता है। अमावस या फिर किसी खास दिन ये अपने देवता की पूजा करते हैं। इसलिए इस दिन यह गिरोह वारदात नहीं करता है। इस गिरोह की ओर से गुड़गांव, फर्रुखनगर, पालम विहार के अलावा राजस्थान और यूपी में की अब तक की वारदात में समय, तारीख और तरीका पर गौर करें तो इनका अंधविश्वास नजर आता है।

क्राइम ब्रांच के अधिकारी के अनुसार बावरिया, पारदी और इरानी गिरोह अंधविश्वासी हैं। इन गिरोहों के बदमाश दिन, समय और मुहुर्त के अनुसार वारदात करते हैं। किसी तरह का अपशगुन होने पर वारदात किए बिना वापस चले जाते हैं।

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