लखनऊ, दीपक ठाकुर। समाजवादी पार्टी में ऊंचा कद रखने वाले एमएलसी बुक्कल नवाब ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है काफी वर्षोँ से पार्टी के साथ जुड़े रहने के बाद उनके अचानक पार्टी छोड़ने से अखिलेश यादव भी सन्न रह गए उन्होंने कहा है कि वो इस मामले में नवाब साहब से बात करेंगे वही बुक्कल नवाब के साथ सपा के दो और एमएलसी अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं जिनकी भाजपा में शामिल होने की चर्चा जोरों पर है।
बुक्कल नवाब ने कहा है कि अगर भाजपा उनको बुलाती है तो वो ज़रूर जाएंगे मतलब बात साफ है कि इस्तीफा देकर बुक्कल नवाब ने अपने लिए सभी रास्ते खोल दिए हैं बस इंतज़ार है तो बुलावे का।बुक्कल नवाब ने प्रदेश सरकार की जमकर तारीफ भी है जो दर्शाता है कि उनको योगी का साथ पसंद है पर इनकी इस मंशा को भाजपा कामयाब करेगी या नही ये बड़ा सवाल है क्योंकि भाजपा ने सत्ता में आने के बाद सपा सरकार में हुए भ्र्ष्टाचार पर जो हथौड़ा चलाया था उसमें नवाब साहब पर भी उंगली उठी थी उनपर अवैध कब्जे का मामला भी लटका हुआ है जिस पर किसी वक़्त बुलडोजर चल सकता है हर तरफ से आफत और अपनी पार्टी की फजीहत देख कर बुक्कल नवाब ने इस्तीफे का मन बनाया होगा ऐसा ही दिखाई देता है।पर वो इसके बाद क्या करेंगे कैसे खुद को बचाएंगे ये ज़रा मुश्किल ही नज़र आ रहा है।
शायद बुक्कल नवाब ये आस लागए हैं कि भाजपा में शामिल होकर उनको राहत मिलेगी पर जिस तरह से भाजपा सरकार भ्र्ष्टाचार के खिलाफ खड़ी हुई है उसको देखते हुए यही लगता है बुक्कल की भाजपा में इंट्री का कोई चांस नही है अगर भाजपा ऐसा करती है तो पार्टी में तो विरोध होगा ही साथ ही भ्रहटाचार मुक्त छवि पर भी सन्देह होना लाजमी है।