पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार की दोपहर में गोरखपुर पहुंचे। उन्होंने बीआरडी मेडिकल कालेज में आक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया। जिन्होंने इस घटना में अपने बच्चे खो दिए हैं, ऐसे तीन परिवारों में जाकर उन्होंने उनका दुख बांटा और हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वह पार्टी फंड से आर्थिक मदद करेंगे ही सरकार से भी मदद देने की मांग करेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और पीड़ित परिवार को हर सम्भव मदद देनी चाहिए।
पूर्व सीएम लखनऊ से चलकर 3:40 बजे खोराबार के तरकुलही गांव निवासी किशन गुप्ता के घर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित किशन की मां इसरावती देवी से मिलकर संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि इस दुख के समय में सपा उनके साथ है। वह और उनकी पार्टी हर सम्भव मदद करेगी। इसके अलावा पूर्व सीएम ने किशन की दोनों लड़कियों प्रतिमा और खुशी से भी मुलाकात की। यहां पर उन्होंने आधा घंटा का समय बिताया।
यहां से पूर्व सीएम 4:50 बजे बेलीपार थाना क्षेत्र स्थित बाघागाड़ा निवासी संजय गोड़ के घर पहुंचे। संजय और उसके परिवारीजनों से मिले और ढांढस बंधाया। संजय के 13 वर्षीय बेटे आलोक की बीआरडी मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पूर्व सीएम ने अपने पार्टी फंड से आर्थिक मदद देने और सरकार से मांग करने का आश्वासन दिया। बाघागाड़ा निवासी ब्रह्मदेव यादव को रास्ते में ही उन्होंने अपनी गाड़ी में बैठा लिया था। ब्रह्मदेव यादव के जुड़वा बच्चों एक बेटा-एक बेटी की मेडिकल कालेज में मौत हो गई थी। बेटे ने 9 अगस्त की रात में और बेटी ने 10 अगस्त को दम तोड़ दिया।
इस दौरान पूर्व मंत्री विनोद सिंह पंडित, सपा जिलाध्यक्ष प्रह्लाद यादव, विजय बहादुर यादव,महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम, जिला पंचायत अध्यक्ष गीतांजलि यादव, राजमती निषाद, डा. मोहसिन खां, अवधेश यादव, मनुरोजन यादव, रजनीश यादव, अमरेंद्र निषाद, रामभुआल निषाद, साधु यादव, रुपावती बेलदार, राघवेंद्र तिवारी उर्फ राजू, कालीशंकर, संजय, रामनाथ, मुन्नीलाल यादव, अखिलेश यादव, जितेंद्र यादव, बिंदा देवी, सुशीला भारती, उर्मिला देवी, आजम लारी, सिंहासन यादव, शहाब अंसारी, शकील अंसारी आदि उपस्थित थे।