सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अभिषेक शुक्ला:NOI।
उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के
अटरिया “कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर रविवार को सुहागिन महिलाओं ने पूरे श्रद्धा भाव से करवा चौथ व्रत रखा। पूरे दिन निर्जला व्रत रहकर शाम को स्नान-ध्यान एवं साज-श्रृंगार करने के बाद समूह में विधि-विधान से व्रत को पूरा किया। रात्रि करीब आठ बजकर तीस मिनट पर चन्द्रोदय होने के बाद चन्द्रमा को अर्घ्य देकर और पति के दर्शन कर उन्होंने पारन किया।
अखण्ड सौभाग्य की कामना के साथ भोर में महिलाओं ने सरगही खाकर तथा कुछ ने बिना सरगही खाए ही अखंड सौभाग्य की कामना के साथ पूरा दिन निराजल व्रत रखा। सायंकाल महिलाओं ने संपूर्ण श्रृंगार कर दीवार पर अथवा आंगन में चावल को पीसकर उससे करवा रखा। चंद्रमा, शिव-पार्वती, कार्तिकेय आदि के चित्र बनाए गए और गौरी बनाकर उनकी स्थापना की गई। सुहाग की प्रतीक वस्तुओं के चित्र भी बनाए गए। इसके बाद महिलाओं ने मिट्टी का करवा, दीया, सींक, चावल के आटे का बना फरा आदि से पूजन-अर्चन कर करवाचौथ की कथा सुनी। रात्रि लगभग 8:30 बजे चंद्रोदय के बाद व्रतियों ने से चंद्रदर्शन किया और उन्हें अर्घ्य दिया। अनेक व्रती महिलाओं ने इस दौरान करवा भी फेरा।
अटरिया क्षेत्र की महिलाओं ने पूजन कर चन्द्रमा को अर्ध्य दिया.