‘देवी अहिल्याबाई योजना’ के तहत स्नातक तक बेटियों को मुफ्त शिक्षा मिलेगी। योजना की दिशा व दशा पर सरकार काम कर रही है। इससे प्रदेश की लाखों छात्राएं लाभान्वित होंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को इंदिरागांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में योजना के बारे में बताया। वह ‘अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस’ के मौके पर आयोजित ‘बेटी पढ़ाओ, रोशनी बढ़ाओ’ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार बेटियों के विकास के लिए हर दिशा में काम कर रही है। चाहे वह शिक्षा हो या सुरक्षा। सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है बेटियों का पढ़ाना। जब बेटियों को बेहतर शिक्षा मिलेगी तभी वह आगे बढ़ेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार की बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की योजना चल रही है। पिछली प्रदेश सरकार ने इस योजना का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से नहीं किया था।
जन्म होते ही बेटियों को मारना दुखद
हाल में ही हाथरस में तीसरी बेटी के जन्म लेने पर उसे मार दिया गया था। इस घटना पर मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं झकझोर देती हैं। आज भी महिलाओं के साथ अन्याय हो रहा है।
कौशल विकास में 50 फीसदी महिलाओं की भागीदारी
मुख्यमंत्री ने बताया कि बेटियां हर क्षेत्र में बाजी मार रही हैं। इसी साल यूपी बोर्ड के रिजल्ट में 147 टॉपर में 99 छात्राएं थी। इससे साफ है कि बेटियां आगे निकल रही हैं। कौशल विकास मिशन के तहत छह लाख प्रशिक्षित किए गए लोगों में 50 फीसदी संख्या महिलाओं की है।
बेटी के पैदा होने पर गर्व करें- रीता बहुगुणा
कार्यक्रम में कैबिनट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि बेटियां सभी क्षेत्रों में खुद को साबित कर रही है। इसलिए उनके जन्म पर मां-बाप को गर्व महसूस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार बेटियों को पीछे रखती थी, जबकि मौजूदा भाजपा सरकार बेटियों को आगे रखकर उनकों समाज में नई पहचान देने की कवायद कर रही है।
पेंटिंग प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
कार्यक्रम में सुबह स्कूली बच्चों के बीच पेटिंग प्रतियोगिता कराई गई। इसमें सुपर वूमेन विषय पर सभी से पेंटिंग बनवाई गई। प्रतियोगिता में नाव्या गुप्ता, कशिश यादव व आंशी मिश्रा ने बाजी मारी।
इनका हुआ सम्मान
धर्मा लाइफ के पदाधिकारियों ने बताया कि संस्था महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम करती है। इसके तहत ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को जागरूक कर उद्यमी बनाते हैं। संस्था से जुड़ी महिलाएं गांव-गांव जाकर अन्य महिलाओं को जागरूक करती हैं। सोलर लाइट बनाने समेत हैंडलूम आदि का काम भी महिलाओं को सिखाया जाता है। कार्यक्रम के दौरान गायत्री वर्मा व ऊषा सिंह को सम्मानित किया गया।