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Sunday, December 22, 2024

​रहते है फरीदपुर में मिलते है  सफीकपुर में और चुनाव लड़ रहे है जगदीशपुर से जी हां चौकिये नहीं !

सीतापुर-अनूप पाण्डेय:NOI।
उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर में कुछ अजब ही विधायक का सलीका दिखा !

मिश्रित सीतापुर “रहते है फरीदपुर में मिलते है  सफीकपुर में और चुनाव लड़ रहे है जगदीशपुर से जी हां चौकिये नहीं कुछ यहीं कहावत चरितार्थ हो रही है मिश्रित नैमिषारण्य नगर पालिका परिषद में अध्यक्ष पद के दावेदारों की यहॉ से अध्यक्ष पद की प्रवल दावेदार भा.ज.पा. से अधिकृत प्रत्याशी सरला देवी जो यहां के क्षेत्रीय विधायक रामकृष्ण भार्गव के छोटे भाई जानकी प्रसाद भार्गव की पत्नी हैं उनके द्वारा रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष प्रस्तुत किये गये हलफनामे में कुछ चौकाने वाले तथ्य उभरकर सामने आ रहे हैं प्रस्तुत हलफनामें में प्रत्याशी सरला देवी ने निकट रामानुज मंदिर दक्षिण वार्ड नैमिष का निवासी होना दर्शाया है जबकि इस हलनामे मेंअंकित अन्य सभी विवरण जनपद सीतापुर के निवासी होने का ठोस प्रमाण प्रस्तुत कर रहे हैं इस हलफनामे में बैंक खाता  लेन देन व दुकान नं.88 गांधी पड़ाव बाजार सीतापुर है जिसकी कीमत 15 लाख रुपये तथा मकान भी 2000 वर्ग फिट रोटीगोदाम सीतापुर में स्थित है  जिसकी  कीमत 20 लाख रुपए दर्शायी गयी है सीतापुर में कुल प्रापर्टी 50 लाख रुपए की दर्शायी गयी हैं दिये गये हलफनामे में सरला देवी के नैमिषारण्य में निवासी होने का कोई ठोस प्रमाण प्रस्तुत नही है अब सवाल ये उठता है 


कि आखिर सरला देवी स्थाई निवासी कहॉ की है फिर भी रिटर्निंग ऑफिसर व्दारा नामांकन पत्र निरस्त न करना क्षेत्रीय विधायक का दबाव माना जा रहा है क्षेत्रीय जनता की माने तो अगर सरला देवी नैमिष की निवासिनी हैं तो उनके मकान का हाउस टैक्स जलकर टैक्स नगर पालिका द्वारा लिया जाता होगा प्रस्तुत हलफनामे मे प्रमाण सहित यहॉ का उल्लेख करना आवस्यक था लेकिन प्रस्तुत हलफनामे मे यहॉ का कोई उल्लेख अंकित नही है फिर भी रिटर्निंग ऑफिसर ने निर्वाचन आयोग के सभी नियमों को ताख पर रखकर नामांकन पत्र स्वीकृत कर लिया जो निर्वाचन आयोग से जारी दिशा निर्देशों पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है वहीं क्षेत्रीय जनता का कहना है जो व्यक्ति यहॉ रहता नहीं है वह इस धार्मिक क्षेत्र का विकास क्या करायेगा क्षेत्रीय बिधायक ने वंसवाद की राजनीति करते हुये यहॉ की आरक्षित सीट कराकर अपने सगे भाई की पत्नी को पार्टी से टिकट दिलाया जो उनकी  मानसिक्ता का प्रतीक है, 

इसी बात को लेकर यहॉ के संगठित कार्यकर्ता भी कुछ खासे नाराज दिखाई दे रहे है और मोदी एवं योगी के तिलस्म का जादू मिश्रित नैमिषारण्य नगर पालिका परिषद में पूरी तरह से टूटता नजर आ रहा है जिसकी तरफ प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने बिधायकों को अनुशासन का पाठ पढ़ाने की बिशेष जरूरत है /

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