झज्जर के गांव पाटौदा के खेल स्टेडियम में मंगलवार को आयोजित पंचायत में विचार-विमर्श करते यादव समाज के लोग। -हप्र
झज्जर, 6 फरवरी (हप्र)
झज्जर के गांव पटौदा के खेल स्टेडियम में राव तुलाराम की मूर्ति तोड़ने के मामले में यादव समाज के लोग पुलिस की अब तक की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। अब उन्होंने इस मामले में रविवार को गांव पटौदा में ही क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों की महापंचायत बुलाने का फैसला किया है।
इसी मसले पर सोमवार को यादव समाज की एक पंचायत तोड़ी गई प्रतिमा स्थल पर की गई थी। पंचायत की अध्यक्षता अजय यादव ने की। करीब 3 घंटे तक चली इस पंचायत में सभी वक्ताओं ने बीते दिनों राव तुलाराम की मूर्ति तोड़ने के मामले में पुलिस की कार्यशैली को लेकर असंतोष जाहिर किया। सभी का कहना था कि मामले में जो अभी तक गिरफ्तारी हुई है वह एक तरह से मामले की लीपापोती है जबकि सभी को पता है कि मूर्ति तोड़ने को मामला किसी व्यक्ति विशेष का नहीं हो सकता। इस पूरे प्रकरण में जमकर राजनीति हुई है और उसके बाद ही मूर्ति को तोड़ा गया है।
उधर, आज भी पंचायत शुरू होने से पहले यादव समाज के कुछ युवाओं ने घटना के प्रति अपना आक्रोश जाहिर करने के चलते कुलाना-पटौदी मार्ग जाम करने का प्रयास किया लेकिन समाज के लोगों द्वारा समझाने के बाद उन्होंने जाम खोल दिया।
रविवार को तय होगी रणनीति
मामले में अगली रणनीति तैयार करने के लिए यादव समाज के लोगों ने इसी सप्ताह के रविवार को खेल स्टेडियम में ही क्षेत्र के एक दर्जन गांवों की महापंचायत बुलाने का फैसला किया है। इस महापंचायत भी ही तय होगा कि यादव समाज की अगली रणनीति क्या होगी। बता दें कि पदमावत फिल्म के विरोध के चलते करणी सेना ने हरियाणा, राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों में तोड़फोड़ की थी। उसी दौरान ही गांव पटौदा के खेल स्टेडियम में लगी राव तुलाराम की प्रतिमा को भी तोड़ा गया था।