वहीं सूबे में विभिन्न तरह के अपराधों को धर्म की आड़ में कारित करने का कुचक्र अब एक आम बात हो गयी है,उसी में से एक अपराध भोले भाले लोगों की जमीनों को हथियाने के लिये धर्म की आड़ और धार्मिक चोला पहन कर भू माफिया भी सक्रिय दिखाई देने लगे हैं।ताजा मामला प्रदेश के तराई इलाके जनपद बहराइच की नानपारा तहसील से जुड़ा सामने आया है जिसके अंतर्गत तहसील नानपारा इलाके के ग्राम ककरहा बोधवा निवासी प्यारे पुत्र मोहन ने स्थानीय प्रशासन व पुलिस से लेकर प्रदेश के प्रमुख सचिव तक को लिखित शिकायती पत्र देते हुये आरोप लगाया है कि उनकी क्षेत्र के मौजा बंजरिया में स्थित ज़मीन जो गाटा संख्या 2039/0263 पर दर्ज है और शिकायत कर्त्ता उस जमीन पर काबिज भी था कि अचानक एक धार्मिक प्रवर्ति के संत बाबा पंकज गिरि ने अवैध रूप से कब्जा जमाते हुये वहां चबूतरा बना लिया और वहाँ धार्मिक झंडी लगा कर जनता को भड़का कर अपना कब्जा जमा लिया जिसकी शिकायत उसने क्षेत्रीय थाना पुलिस को भी की थी और दूसरी तरफ न्यायालय में भी वाद दायर कर न्याय की गुहार लगाई थी लेकिन वही दूसरी तरफ प्रमुख सचिव को भेजे गये पत्र के आधार पर राजस्व टीम ने मौके पर पहुंच कर मामले की वास्तविकता को परखा और उसकी जमीन की पैमाइश कर दोनों पक्षों के बीच लिखित समझौता करा दिया और इस आधार पर प्यारे लाल ने न्यायालय में दायर अपने वाद में सुलह नामा लगवा दिया लेकिन सुलह हो जाने के बाद बाबा पंकज गिरि ने एक बार फिर धर्म की आड़ लेते हुये पराई ज़मीन को कब्जियाने की शुरुआत कर दी है और इस तरह इसकी फ़रयाद अब कोई भी सुनने वाला दिखाई नही दे रहा है जबकि उसने इसकी शिकायत नानपारा पुलिस और जिलाधिकारी को भी कर दी है लेकिन फिर भी इस धार्मिक भू माफिया पर कोई कार्यवाही होती नजर नही आ रही है।