नई दिल्ली। यूक्रेन में फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए एअर इंडिया की एआई 1943 की स्पेशल फ्लाइट आज सुबह 10 से साढ़े 10 बजे के बीच रोमानिया के बुखारेस्ट में लैंड हो गई है। दूतावास से जुड़े एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बताया कि उड़ान संख्या एआई1943 ने तड़के करीब तीन बजकर 40 मिनट पर मुंबई हवाईअड्डे से उड़ान भरी और उसके भारतीय समयानुसार सुबह करीब साढ़े दस बजे बुखारेस्ट हवाईअड्डे पर पहुंची। यदि सब कुछ ठीक रहा तो यह फ्लाइट दोपहर 2 बजे तक दिल्ली लैंड कर जाएगी। जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग के जरिए यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंच गये हैं, उन्हें भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले कर पहुंचे हैं और यहां से उन्हें एअर इंडिया की उड़ानों के जरिए वापस इंडिया लाया जाएगा।
अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन में फिलहाल करीब 20 हजार भारतीय फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर छात्र हैं। यूक्रेन का एयरस्पेस बंद होने से पहले एअर इंडिया ने 22 फरवरी को यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए एक विमान भेजा था जिसमें 240 लोगों को भारत वापस लाया गया था। उसने 24 और 26 फरवरी को दो और उड़ानों की तैयारी थी, लेकिन रूस के 24 फरवरी को आक्रमण शुरू करने और इसके बाद यूक्रेन का एयर स्पेस बंद होने के कारण ऐसा नहीं किया जा सका।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कहा कि वह रोमानिया और हंगरी से आने वाले रास्तों को निर्धारित करने का काम कर रहा है। वर्तमान में अधिकारियों की टीम हंगरी सीमा और रोमानियाई सीमा चौकियों पर पहुंच रही है। यूक्रेन की राजधानी कीव और रोमानिया के बॉर्डर के बीच करीब 600 किलोमीटर का फैसला है और सड़क मार्ग से यह दूरी तय करने में आठ से 11 घंटे लगते हैं। इसी तरह रोमानियाई सीमा जांच चैकी से बुखारेस्ट करीब 500 किलोमीटर की दूरी पर है और सड़क मार्ग से उसे तय करने में करीब सात से नौ घंटे लगते हैं। वहीं, कीव और हंगरी की सीमा के बीच करीब 820 किमी की दूरी है और इसे सड़क मार्ग से तय करने में 12-13 घंटे लगते हैं।