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Saturday, March 15, 2025

पौरूष जीवन,गुड़ हेल्थ कैप्सूल है घातक,दुकानदार अपने स्टोर में इसे बिक्री करता पाया गया तो उसके विरुद्ध होगी कार्यवाही ।

  1. सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश के जनपद सीतापुर क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी सीतापुर ने बताया कि पौरुष शक्तिवर्धक यानी मर्दाना कमजोरी को दूर करने वाली शारीरिक शक्ति बढ़ाने वाली दवायें जो कि नोयडा सेक्टर-8 के मेसर्स, देव फार्मेसी गौतमबुद्ध नगर द्वारा पौरूष जीवन कैप्सूल मेसर्स मेडविन फार्माटेक 80-गजानन्द इण्डस्ट्रियल पार्क नेमावाड रोड इन्दौर मध्य प्रदेश द्वारा निर्मित गुड हेल्थ कैप्सूल अधोमानक पाये गये है।

इन कैप्सूल में शरीर के लिए अत्यन्त हानिकारक केमिकल तत्व स्टराइड की मिलावट की जा रही है, जिसका अधिक समय तक सेवन करने से शरीर के महत्वपूर्ण अंग यकृत (लीवर), गुर्दा (किडनी), हृदय आदि के लिए नुकसान देय है।

उन्होंने जनमानस से अपील की है कि इनका सेवन कदापि न करें। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी सीतापुर डा० सुरेश कुमार सचान ने बताया कि इन कैप्सूलों की राजकीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला लखनऊ के राजकीय विश्लेषक के द्वारा रिपोर्ट में अवगत कराया गया है कि ये दोनों कैप्सूल अधोमानक हैं। अतः कोई भी दुकानदार न ही अपने स्टोर में इसे एकत्रित करे, और न ही बिक्री करें। अन्यथा उसके विरुद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जायेगी।

मेडिकल स्टोर में अवैध रूप से चल रहे क्लिनिक पर स्वास्थ्य विभाग ने जड़ा ताला।

सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI-सीतापुर जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिश्रिख क्षेत्र के कुतुमनगर बाजार में शंकर मेडिकल स्टोर की आड़ में क्लीनिक संचालित हो रहा था जिस पर आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिश्रिख के अधीक्षक डॉक्टर प्रखर श्रीवास्तव सहित स्वास्थ्य टीम ने पहुंच कर निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान मिली खामियों से मेडिकल स्टोर को बंद करा दिया

मेडिकल स्टोर की आड़ में चल था ,क्लिनिक ,गलत इलाज से महिला की हो गयी थी मौत ।

बता दें रामकोट रोड स्थित शंकर मेडिकल स्टोर जिसके संचालक सतीश कुमार कश्यप मेडिकल स्टोर की आड़ में क्लीनिक संचालित करते थे वही कुछ दिन पूर्व में तेजपुरवा निवासी गहेन्द्र की पत्नी की गलत इलाज से मृत्यु हो गयी थी जिसकी शिकायत उमाशंकर यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष भारती किसान यूनियन ने उप जिला अधिकारी मिश्रिख को लिखित शिकायत की थी

वही इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हरपाल सिंह एसडीएम के नेतृत्व में आदेशित किया कि तत्काल जांच कर कार्यवाही करे। मामले पर अधीक्षक डॉ प्रखर श्रीवास्तव ने जांच करते हुए ताला जड़ कर बंद करने की कार्यवाही की है ।

वही जब इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर प्रखर श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सीएमओ और उप जिला अधिकारी का आदेश था और कई लोगो की शिकायत थी इस मामले पर जांच की तो शिकायत सत्य नकली तो मेडिकल स्टोर को ताला लगा दिया दिया गया है ,और आगे भी कार्यवाही प्रचलित रहेगी ।।

बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा नर्सिंग होम,स्वास्थ्य विभाग की चेतावनियों के बाउजूद भी नही हुआ बंद ।

सीतापुर-अनूप पांडेय/NOI-उत्तरप्रदेश के सीतापुर जनपद में उप मुख्य मंत्री ,स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश भी हो रहे फेल मामला सीतापुर जनपद के  कसमंडा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहाँ कुंवरगद्दी गांव रसूलपुर में बिना रजिस्ट्रेशन धड़ल्ले से अवैध नर्सिंग होम संचालित किया जा रहा है जब इस संबंध में संचालक डॉक्टर रोहित यादव से बात की गई तो उन्होंने कहा रजिस्ट्रेशन नही है मगर हम ऐसे ही संचालित कर रहे है अब सवाल ये खड़ा होता है कि स्वास्थ्य विभाग की नाक के नीचे नर्सिंग होम कैसे संचालित कर रहे है जब इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसमंडा के अधीक्षक डॉक्टर अरविंद बाजपेई से बात की गई की तो उन्होंने बताया कि पूर्व में भी इसकी शिकायत मिली थी टीम भेज कर इसको नोटिस दी थी मगर इसकी तरफ से कोई भी जवाब नही दिया गया था जानकारी हुई है जल्द ही इस पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी सवाल ये खड़ा होता कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा चेतावनी देने के बावजूद भी झोलछाप डॉक्टरो के हौसले इतने बुलंद है कि धड़ल्ले से अवैध नर्सिंग होम संचालित कर रहे है आखिर इनको किन लोग का सरंक्षण प्राप्त है जो कि ये अवैध रूप से खुले आम नर्सिंग होम संचालित कर रहे है अब देखने वाली बात यह होती है कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों पर स्वास्थ्य विभाग क्या कार्यवाही करता है ।

भैया दूज 14 नवंबर या 15 नवंबर आखिर कब मनाई आईए जानते हैं आचार्य पंडित अजीत कुमार मिश्रा से

भैया दूज भाई बहन के अटूट और अनन्य प्रेम का प्रतीक पर्व है ।हर साल भाई दूज का पर्व दीपावली के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है इसे यम द्वितीया के नाम से भी जानते हैं ,इस दिन बहनें भाई को तिलक करती हैं और लंबी उम्र की कामना करती हैं इस दिन भाई और बहन एक दूसरे के प्रति परंपरागत तरीके से स्नेह प्रकट करते हैं धार्मिक मान्यता है कि जो भाई इस दिन बहन के घर जाकर तिलक लगाकर भोजन करता है तो अकाल मृत्यु नहीं होती है।

भाई दूज कब है ?

कृष्ण मोहन मिश्र महराजनगर सीतापुर

पंचांग के अनुसार इस साल कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि का आरंभ 14 नवंबर को दोपहर 2:35 पर होगा और 15 नवंबर को रात 1:45 पर समाप्त होगा ऐसे में उदया तिथि के अनुसार 15 नवंबर को भाई दूज मनाया जाएगा।

भाई दूज की पूजा की थाली में रखें ये चीजें

भाई दूज की पूजा की थाली में बहनें सिन्दूर,अक्षत,फूल,सुपारी,पान का पत्ता,चांदी का सिक्का,सूखा नारियल,कलावा,केला,मिठाई,दूर्वा आदि जरूर रखें ।

इस तरह तैयार करें भाई दूज की पूजा थाली

भाई दूज के दिन सबसे पहले एक प्लेट या थाली लें ,इसके बाद इसको गंगा जल से पवित्र कर लें, अब इसमें गेदा या फिर कोई दूसरे फूल रख कर सजा लें , फिर इसमें एक-एक करके छोटी कटोरी या फिर प्लेट में ही रोली, कुमकुम, अक्षत, कलावा, सूखा नारियल, मिठाई आदि रख दें, इसके साथ ही एक घी का दीपक जला लें।

भाई दूज पर बहनें न करें ये गलतियां

. भाई दूज के दिन बिना कुछ खाए हुए भाई का तिलक करना शुभ माना जाता है।
. इस दिन राहुकाल का अवश्य ध्यान रखें राहुकाल में तिलक करना अशुभ माना जाता है।
. तिलक करते समय भाई को जमीन में ना बिछाए बल्कि कुर्सी चौकी आदमी बैठ कर सिर में रुमाल या कोई कपड़ा अवश्य डालें।

. भाई दूज के दिन बहन या फिर भाई काले रंग के कपड़े बिल्कुल भी ना पहने। इस दिन आपस में लड़ाई झगड़ा बिल्कुल भी ना करें।भाई दूज के दिन भाई को तिलक करने के साथ अंत में आरती अवश्य उतारे।

भाई दूज पूजा विधि

भाई दूज के दिन स्नान और ध्यान करें फिर घर के मंदिर में घी का दीपक जलाकर ईश्वर का ध्यान करें इसके दिन यमराज और यमुना के साथ भगवान गणेश और भगवान विष्णु की पूजा का भी विधान है इस दिन इसे चावल से चौक बनाने की परंपरा भी है इसके बाद बहाने भाई को तिलक लगाए और फिर आरती उतारें ।
भाई दूज क्यों मनाया जाता है

भाई दूज की कथा यमराज और मां यमुना से जुड़ी हुई है, पौराणिक कथाओं के अनुसार यमराज और मां यमुना दोनों ही सूर्य देव की संताने हैं और भाई-बहन हैं दोनों में बेहद प्रेम था ,अरसों बाद यमराज बहन यमुना से मिलने पहुंचे तो उन्होंने भाई के लिए ढेरों पकवान बनाए, मस्तक पर तिलक लगाया और भेंट में नारियल दिया इसके बाद यमराज ने बहन से वरदान में उपहार स्वरूप कुछ भी मांग लेने के लिए कहा जिस पर मां यमुना ने कहा कि वह बस यह विनती करती हैं कि हर साल यमराज उनसे मिलने जरूर आए, इसी दिन से भाई दूज मनाये जाने की शुरुआत हुई। मान्यता है कि भाई दूज के दिन ही यमराज बहन यमुना से मिलने आते हैं।

धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन,जिम्मेदार मौन।

सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश के जनपद सीतापुर मे धड़ल्ले से दिन दहाड़े अवैध खनन चल रहा महर राजस्व व पुलिस कर्मचारी मौन बैठे है ।

आप को बताते चले सीतापुर के मिश्रीख में इस समय सत्ता की आड़ में जोरो से अवैध खनन जारी है यह खनन दिन हो या रात  दोनो समय चल रहा है । मिश्रिख कस्बे के मछरेहटा मार्ग पर लश्करपुर से फाटक के पास धड़ल्ले से दिन में जेसीबी द्वारा अवैध खनन कर धीरेंद्र यादव के प्लॉट में पटान कर रहे थे जिनसे 35 हजार रुपया प्लॉट की पटान कीमत लिया है जब इस सम्बंध में एसडीएम मिश्रिख से बात करने की कोशिश की गई तो फोन रिसीव नहीं हुआ वही अवैध खनन करवा रहे भाजपा पार्टी के पूर्व सभसाद राजकिशोर वविश्वकर्मा से बात की गई तो बताया कि बंद भट्ठे की मिट्टी हटवा रहे का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया ।अब सवाल ये खड़ा होता है कि क्या एस डी एम व कोतवाल को सूचना नही होगी , होगी जरूर क्यो की बिना पुलिस की सहमति के कही परिंदा भी पर नही मार सकता है तो अवैध खनन कैसे हो सकता है यह सवाल आम जनमानस में बना हुआ है।

मनरेगा योजना के तहत गांवों का होगा समग्र विकास,,रामकिंकर पाण्डेय

सीतापुर -अनूप पाण्डेय/ NOI-उत्तरप्रदेस के जनपद सीतापुर के विकासखंड मिश्रित सभागार में आज ब्लाक प्रमुख रामकिंकर पांडेय व क्षेत्रीय विधायक रामकृष्ण भार्गव की अध्यक्षता में क्षेत्र पंचायत सदस्यों की एक बैठक का आयोजन किया गया । आयोजित बैठक में ग्राम प्रधान व क्षेत्र के गणमान्य लोगो ने भाग लिया । आयोजित बैठक में ब्लाक प्रमुख रामकिंकर पांडेय ने कहा कि क्षेत्र पंचायत का समग्र विकास हमारी प्राथमिकता है । विकासखण्ड को माडल विकासखण्ड बनाने में सभी कर्मचारियों का सहयोग आवश्यक है । बैठक में खंडविकास अधिकारी प्रवीन जीत ने क्षेत्रपंचायत से सम्बंधित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि मनरेगा योजना रोजगार की गारंटी देती है । मनरेगा योजना के चलते गांवों में समग्र विकास हो है । सभी क्षेत्र पंचायत सदस्य अपने अपने वार्डो के विकास का खाका तैयार करके ब्लाक को उपलब्ध करा दें । ताकि उनके वार्डो का समुचित विकास कराया जा सके । इस मौके पर विधायक रामकृष्ण भार्गव ,ब्लाक प्रमुख संघ जिला अध्यक्ष श्री रामकिंकर पाण्डेय, प्रमुख प्रति निधि बबलू पांडेय , विधायक प्रतिनिधि रामगोपाल अवस्थी , भाजपा मंडल अध्यक्ष भास्कर मिश्र , प्रधान संघ ब्लाक अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रधान राजन मिश्र , प्रधान अमित त्रिपाठी सहित सभी क्षेत्र पंचायत सदस्य व प्रधान उपस्थिति रहे । मंच का संचालन अंकित शुक्ला ने किया ।

बिना रजिस्टर्ड बिना डॉक्टर के चल रहे हैं नर्सिंग होम स्वास्थ्य विभाग मौन।

सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI/उत्तरप्रदेस के सीतापुर जनपद में इस समय ग्रामीण क्षेत्रों में मलेरिया वायरल फीवर डेंगू जैसी गंभीर बीमारी फैल रही है वहीं इन बीमारियों का फायदा उठा रहे झोलाछाप डॉक्टर  पूरा मामला सीतापुर जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोंदलामऊ क्षेत्र के संदना का है जहाँ इंडस हॉस्पिटल, अनहिंता हॉस्पिटल जो कि मानक विहीन और बिना डॉक्टर के संचालित किए जाते हैं मरीज से मोटी रकम वसूल की जाती है मौके पर अगर स्वास्थ्य विभाग निरीक्षण करें तो कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं होगा मगर मरीजों का धड़ल्ले से इलाज करते हुए इलाज ही नहीं यह लोग भर्ती कर उन मरीजों का खून चूस लेते हैं क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को यह नहीं मालूम कि डॉक्टर फर्जी हैं या ओरिजिनल उन्हें यह मालूम हॉस्पिटल बना हुआ है वहीं अगर स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग कुंभकरण की नींद में सोया हुआ है ऐसे झोलाछाप हॉस्पिटल पर कोई भी कार्यवाही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा नहीं की जाती है।

जब इस सम्बंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोंदलामऊ के अधीक्षक डॉ धीरज मिश्रा से बात की गई तो कहा कि जानकारी नही थी  जानकारी मिली है मामले पर जल्द ही जांच कर कार्यवाही की जाएगी।

सावधान अटरिया के कुछ , ठेकों पर भी बिकती है मिलावटी सराब ।

सीतापुर-अनूप पाण्डेय,संवाददाता सनोज मिश्रा/NOI-उत्तरप्रदेस के जनपद के सीतापुर अटरिया  के सिधौली कोतवाली क्षेत्र के अटरिया थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों के पियक्कड़ों को सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि कुछ शराब की सरकारी दुकानों पर भी मिलावटी शराब बेची जाती है। वहीं दिपावली आते ही जिले में मिलावटी शराब का कारोबार शुरू हो गया है।

ग्रामीण क्षेत्रों में देशी ठेकों पर इसकी बिक्री की जा रही है। बता दें अम्बरपुर, टिकौली,अटरिया से गुलरिया मार्ग,नीलगांव, जयपालपुर, छावन बाजार, बगहींयापुल आदि जगहों में अबकारी विभाग की लापरवाही के चलते सरकारी ठेका शराब के मालिकों के द्वारा शराब में पानी मिलाकर बेचे जाने की चर्चाएं जोरों पर है
नशेबाजों के अनुसार इन क्षेत्रों में ठेकेदारों द्वारा सरकारी देसी शराब में मिलावट का कारोबार किया जा रहा है।

सर्वाधिक शराब की बिक्री चुनाव या फिर दिवाली पर होती है। इसकी आड़ में ठेकों पर मिलावटी शराब खूब बेची जाती है। अटरिया से गुलरिया मार्ग की बात करें तो लगातार मिलावटी शराब बेच रहे हैं।

कच्ची के साथ अब देशी ठेके पर बिकने वाली शराब भी कहर बरपा रही है। चंद रुपयों के लालच में दुकान संचालक मिलावट का खेल कर जान के दुश्मन बन रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कच्ची के साथ देशी शराब ठेकों में मिलावट का खेल जोरों पर चल रहा है जो कभी भी बड़ी घटना को जन्म दे सकता है।

अटरिया के आसपास ग्रामीण क्षेत्र में शराब का मिलावटी खेल पूरी तरह पैर पसार चुका है।

वैसे तो जिले में अधिकतर शराब ठेकों पर मिलावट का खेल होता है पर अटरिया के ग्रामीण इलाकों में मिलावटी शराब कारोबार का बड़ा राय नामक सिडीकेटहेड काफी समय से काम कर रहा है जिसके चलते आबकारी अधिकारियों से सटीक साथ गांठ होने के कारण हर मामले को आसानी से रफा दफा कर दिया जाता है विशेष सूत्रों के अनुसार ऐसे सिंडिकेट की नीचे से लेकर ऊपर तक हर अधिकारी को रैंक के अनुसार पैकेट भेंट किया जाता है जिसके चलते अधिकारी भी कान में तेल डाल कर बैठे हैं।
शराब के शौकीनों के अनुसार सेल्समैन लाइसेंसी दुकान पर अपमिश्रित शराब तैयार कर उसे पव्वा में भरने का काम करता है
शराब के शौकीनों को शक न हो इसके लिए पव्वे पर ढक्कन व क्यूआर कोड लगा देता है । अवैध शराब खपाने के लिए सरकारी ठेके सबसे मुफीद हैं। क्योंकि बाहरी शराब तस्करों के लिए आबकारी विभाग कार्रवाई करने से नही चूकती है। मगर कुछ सेल्समैन इसकी आड में अवैध शराब का कारोबार कर रहे है। जब दुकान पर आबकारी विभाग की टीम छापेमारी की कार्रवाई करने पहुंचती है तो उक्त अवैध शराब को वह छिपा देते है
इस धंधे में संलिप्त सेल्समैनो का मकरजाल इतना फैला है कि छपीमारी से पहले ही उक्त सेल्समैनों को पता चल जाता है जिससे वह पहले ही सावधान हो जाते हैं किसी एक पर छापेमारी के पश्चात अन्य सभी सेल्समैनों को फोन के माध्यम से आगाह कर देते हैं जिससे अन्य सेल्समैनो की करतूत पकड़ी नहीं जा पाती है

ईंट-भट्टों में घुटता जा रहा बच्चों का बचपन।

सीतापुर-अनूप पाण्डेय,नोज मिश्रा/NOI-उत्तरप्रदेस के जनपद सीतापुर के अटरिया ,बच्चों का शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य खराब, पेशगी की कीमत में पिसते प्रवासियों के बच्चे
देश में कई करोड़ बच्चे खेलने और स्कूल जाने की उम्र में दिहाड़ी मजदूर बन जाते हैं। ऐसे अघोषित बाल मजदूरों की संख्या ईंट-भट्टों में काफी है। 6-14 साल तक के बच्चे भी 10-12 घंटे मेहनत करते हैं। बाल श्रम, चाइल्ड राइट, मानवाधिकार के दावे यहां चिमनी के धुएं में उड़ते नजर आते हैं

अटरिया सीतापुर, देश में 5-14 साल तक के एक करोड़ से अधिक बच्चे किसी ना किसी तरह मजदूरी में शामिल हैं। जनगणना 2011 के अनुसार यह देश में 5-14 वर्ष की आयु के कुल बच्चों (25.6 करोड़) की कुल आबादी का 3.9 प्रतिशत है। इन्हीं आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान में देश के करीब 8.4% बाल मजदूर हैं। यह संख्या करीब 2.52 लाख है, जो देश में तीसरे स्थान पर है। प्रदेश में सबसे अधिक बच्चे ईंट-भट्टों, सेंड स्टोन कटिंग, खेती, जेम-जूलरी और चूड़ी बनाने में शामिल हैं। हालांकि देश में साल 2000 से 2011 के बीच 26 लाख बाल मजदूर कम हुए हैं।अटरिया के ईंट-भट्टों में अधिक बच्चे मजदूरी कर रहे हैं मीडिया टीम ने जिले में 10 गांवों में जाकर ईंट-भट्टों पर बच्चों की स्थिति को देखा और पाया कि हजारों बच्चों ने ईंट-भट्टों के परिसर से बाहर की सीमा नहीं देखी है। लगातार 10-12 घंटे तक बच्चे अपने परिवार के साथ ईंट बना रहे हैं। जिससे उनका शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य खराब है।

बिना नियमों के धड़ल्ले से चल रहे ईंट भट्ठे, गाइडलाइन की भी उड़ रहीं धज्जियां बाल मजदूरी के बढ़े मामले

अटरिया सीतापुर आमलोगों की शिकायत के बाद भी खनन विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है। हालांकि कुछ स्थानों पर कागजी कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के नाम सिर्फ खानापूर्ति होती है। इसी को लेकर ईंट भट्ठा संचालकों के मनोबल बढ़ते जा रहे है।

जिले में बिना नियम के ईंट भट्ठों के संचालन धड़ल्ले से चला रहे है। लेकिन जिम्मेवारों का इस ओर ध्यान नहीं है। जानबूझकर ध्यान देना नहीं चाहते है। इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से लगातार ईंट भट्ठों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे पर्यावरण तो प्रदूषित हो रहा है। साथ ही राजस्व से होने वाले आय का भी नुकसान हो रहा है। आमलोगों की शिकायत के बाद भी खनन विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है। हालांकि कुछ स्थानों पर कागजी कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के नाम सिर्फ खानापूर्ति होती है। इसी को लेकर ईंट भट्ठा संचालकों को मनोबल बढ़ते जा रहा है। अपने मर्जी के अनुसार मिट्टी की खुदाई कर रहे है। लेकिन खनन विभाग द्वारा कार्रवाई न के बराबर होती है।

ईंट भट्टे में आसपास से हरे पेड़ काटकर लाई जा रही लकड़ी

इन दिनों सिधौली तहसील क्षेत्र के अटरिया,, मनवा, जजोर, लहूरिवान, नीलगाव, छावन, सहित सैकड़ों गांव में अवैध ईट भट्टे खूब फल फूल रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिबंधित हरे पेड़ों को काटकर अवैध लकड़ी , अवैध कोयला यहां उपयोग किया जा रहा है। लकड़ी और कोयला के एक वैध दस्तावेज बनाकर लाखों की तादाद में ईंट पकाई जा रही है। इट भट्टे पर कोयला और लकड़ी का स्टाक भी बरकरार रहता है जो
खत्म होने का नाम नहीं लेता । संचालकों के पास न तो खनिज विभाग से कोई अनुज्ञा पत्र है और ना ही इनके द्वारा नियमों का पालन किया जा रहा है। इसको स्थानीय निवासियों की स्वास्थ्य की कोई चिंता भी नहीं है। इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से अवैध ईट भट्टों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। तहसील क्षेत्र में मानकों की धज्जियां उड़ा रहे अनगिनत ईंट भट्टे चल रहे हैं। इससे पर्यावरण तो प्रदूषित हो ही रही है। साथ ही राजस्व को भी भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। नियमानुसार अधिक ईंट निर्माण के लिए खनिज विभाग से अनुमति लेना होता है, लेकिन आसपास ग्रामीण इलाकों में कई ईट भट्टे लगाए जा चुके हैं और लगाए भी जा रहे हैं। करोड़ो की तादाद में लाल ईंट बनाई जा रही हैं लेकिन प्रशासन इन पर अंकुश लगाने में सफल नहीं हो पा रहा है । जिला प्रशासन द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच कराई जाए तो ईंट भट्टा बिना पर्यावरण अनापत्ति प्रमाण पत्र चलते मिलेंगे । तहसील के पिछड़ी जातियों के गाँववासीयों की भूमि को किराये नामे पर लेकर ईंट भट्टों का संचालन किया जा रहा है। आदिवासियों की उपजाऊ भूमि में बड़ी बड़ी खंतियां खोदकर ईंट निर्माण किया जा रहा है । यहां तक कि उनका कपिल धारा कूप का भी पानी भी ईंट बनाने में उपयोग किया जाता है । जिसके चलते उनकी उपजाऊ जमीन बर्बाद हो रही है ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग में किया फेर बदल।

सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेस के सीतापुर जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरपाल सिंह ने स्वास्थ्य विभाग में फेर बदल करते हुए अधीक्षकों के ट्रांसफर किए काफी समय से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महमूदाबाद व मिश्रिख केंद्र के अधिक्षक पर लापरवाही व बाहर की जांच लिखने का आरोप जनता ने लगाया था कई पेपरों में उसकी प्रमुखता से खबरे छपी हुई थी मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरपाल सिंह ने कार्यवाही करते हुए ।मिश्रिख सीएचसी प्रभारी डॉक्टर आशीष सिंह को महमुदाबाद,सीएचसी,प्रभारी बनाया ।डॉ प्रखर श्रीवास्तव

वही मिश्रिख  सीएचसी पर अधीक्षक डॉ प्रखर श्रीवास्तव को न्युक्त किया गया है जिससे वर्तमान में चल रहे संक्रमण व मरीजों को स्वास्थ्य सेवाए अच्छी प्रदान कर सके क्योंकि कोविड काल में पूर्व मिश्रिख सीएचसी प्रभारी डॉक्टर प्रखर श्रीवास्तव ने पूरे क्षेत्र की जनता की जान भी बचाई व कड़ी मेहनत करने वाले व्यक्ति है और मरीजों के नजर में अपनी एक अच्छी छवि बना रखी है ।

      डॉ आशीष सिंह

वही  पूर्व में डॉक्टर आशीष महमूदाबाद क्षेत्र के पहला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अधिक्षक पद पर न्युक्त थे और इनकी भी काफी अच्छी छवि बनी हुई थी जिसको लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इनकी न्युक्ति महमूदाबाद कर दिया है ।