नई दिल्ली। देश में ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। 28 दिनों में यह वैरिएंट भारत के 25 राज्यों में 1200 को पार कर गया है। इन सब के बीच महाराष्ट्र में ओमिक्रोन से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। ओमिक्रॉन से यह पहली मौत दर्ज की गई है। यहां 52 साल के ओमिक्रॉन संक्रमित की मौत दिल का दौरा पढ़ने से हुई है।
बताया जा रहा है कि मरीज की मौत 28 दिसंबर को ही हो गई थी। नाइजीरिया से लौटे इस शख्स का इलाज पिंपरी चिंचवाड म्यूनिसिपल कॉरपोर्रेशन के यशवंत चव्हाण अस्पताल में चल रहा था। वह 13 साल से डायबिटीज का शिकार था। हालांकि राज्य सरकार ने इसे नॉन-कोविड कारणों से हुई मौत माना है।
भारत में नए वैरिएंट ओमिक्रोन के अब तक 1,270 मामले सामने आ चुके है। इनमें से 374 लोगों की रिकवरी हो चुकी है। ओमिक्रोन मामलों में महाराष्ट्र ने एक बार फिर से दिल्ली को पछाड पहले पायदान पर आ गया है। महाराष्ट्र अब 450 संक्रमितों के साथ पहले है। वहीं दिल्ली 320 संक्रमितों के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा गुजरात में 97, तेलंगाना में 62, केरल में 109, तमिलनाडु में 46, कर्नाटक में 34, राजस्थान में 69, हरियाणा और ओडिशा में 14-14, मध्य प्रदेश में 9, आंध्र प्रदेश में 16, पश्चिम बंगाल में 11, उत्तराखंड में 4, जम्मू-कश्मीर और चंडीगढ़ में 3-3, उत्तर प्रदेश में 2, पंजाब, गोवा, लद्दाख और हिमाचल में 1-1 ओमिक्रॉन से लोग संक्रमित हो चुका हैं।
374 ओमिक्रॉन संक्रमित ठीक हुए
देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 896 है। महाराष्ट्र में 325, दिल्ली में 263 केरल में 109 मामले अभी भी सक्रिय हैं। बता दें कि भारत में ओमिक्रॉन के सबसे पहले दो मामले 2 दिसंबर को कर्नाटक में मिले थे। 14 दिसंबर को मामले बढ़कर 50 हुए। 17 दिसंबर को मामलों की संख्या 100 हुई। 200 केस होने में सिर्फ 5 दिन लगें। अब यह आंकड़ा 1200 को पार कर गया है।