लखनऊ, दीपक ठाकुर। जिलाधिकारी महोदय ने क्लास 1 से 8 तक के बच्चों के स्कूल को ठण्ड में थोड़ी कमी के कारण समय परिवतिर्त कर के खोलने का जो निर्णय लिया है वो कई स्कूल प्रबंधनों की मनमानी के चलते सही कदम नहीं मालूम पड़ रहा है। ये इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि सुबह और शाम में चल रही सर्द हवा में कोई कमी नहीं आई है और ना ही स्कूल वाले बच्चों के प्रति कोई सहानभूति दिखा रहे हैं।
आज सुबह 7 बजे से ही कई स्कूल वैन बच्चों को लेकर सड़कों पर दौड़ने लगी थी इतनी ठण्ड में बच्चे नहा धो कर स्कूल वैन में कापते नज़र आ रहे थे फिर वहां पहुँचने पर स्कूल की प्रेयर और कई स्कूलों में स्पर्ट्स गेम का होना ये बताने के लिए काफी है कि कई स्कूल है जो सिर्फ बच्चो से सहानभूति कम और उन पर ज्यादत्ति ज़्यादा करते हैं अभिभाक भी मजबूर है क्योंकि स्कूल भी जरुरी है पर क्या स्कूल प्रशासन का ये फ़र्ज़ नहीं बनता को भी इस सर्दी के एहसास को समझें और जितना हो सके बच्चों को इसके संपर्क में आने से रोकें या वो सिर्फ शासनादेश को ही मानेगे अगर ऐसा ही है तो जिलाधिकारी महोदय को स्कूल खोलने के लिए गाइड लाइन भी देनी चाहिए जिसके खिलाफ जाने वाले पर सख्त कार्यवाही भी होनी चाहिए क्योंकि अगर हमको भविष्य बनाना है तो उसको सुरक्छित भी रखना पड़ेगा सर्दी की मार किसी को नहीं बख्शती इससे सावधानी ही हमारी और हमारे बच्चों की सुरच्छा है।।।