एजेंसी | हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा को लेकर बसपा सुप्रीमों मायावती ने खट्टर सरकार को आड़े हाथ हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हिंसा सरकार की नाकामी से हुई है, वहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है। हरियाणा में खुफिया तंत्र पूरी तरह फेल साबित हुआ है। अगर खुफिया तंत्र काम कर रहा है होता तो वहां पर हिंसा रोकी जा सकती थी।
मणिपुर की घटना पर सरकार को घेरते हुए मायावती ने कहा कि वहा पर बहुत शर्मनाक घटना हुई है। लोगों की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है। BSP सरकार में यूपी में कानून का राज था। प्रस्तावित यात्रा को सुरक्षा क्यों नहीं दी। वहीं उन्होंने हरियाणा की जनता से शांति व्यवस्था बनाने की अपील की।
बता दें कि हरियाणा के नूंह में दो समुदायों के बीच बीते दिन हिंसक झड़प हुई थी। हिंसक झड़प के बाद से प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया। हिसंक झड़प के बाद से जिले में हंगामे को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई थी। 2 अगस्त तक के लिए जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। इंटरनेट सेवा बंद को लेकर पुलिस अधिकारियों की ओर से कहा गया कि मामला संवदेनशील है और कोई भी अफवाह न फैले इसके लिए ये कदम उठाया गया है।
हरियाणा के नूंह जिले में भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद के जुलूस को रोकने की कोशिश कर कारों में आग लगा दी गई। इस दौरान एक होमगार्ड की गोली लगने से मौत हो गई. और लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल भी हो गए एक अधिकारी ने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों का इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चल रहा है।
नूंह में हुई हिंसा के बाद बिगड़े हालात का असर दूसरे जिलों में भी देखने को मिला। मुस्लिम बाहुल्य नूंह में हिंसा की खबर फैलते ही, गुरुग्राम जिले के सोहन में उग्र हुई भीड़ ने वाहन और दुकानों को आग लगा दी। उस दौरान कुछ प्रदर्शकारियों ने सड़कों को काफी देर से जाम भी कर दिया था।
बता दें कि हरियाणा के साथ-साथ उससे जुड़े राजस्थान के भरतपुर की सीमा को भी सील कर दिया गया है। हाई अलर्ट के साथ हिंसक घटना को अंजाम देने के लिए टीमें लगाई गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गृह सचिव और डीजीपी से मामले में रिपोर्ट ली। मामले में जरुरी कदम उठाने के भी निर्देश दिए। आपदाओं पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार की ओर से तीन कंपनियों की हेलीकॉप्टर मौके पर भेजी जा रही है।