नई दिल्ली। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 3 मैचों की सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया। भारत के कप्तान शिखर धवन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और साउथ अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम की शुरुआत खराब रही। एक के बाद एक बल्लेबाज पवेलियन लौटते रहे। तीन बल्लेबाजों के अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई का अंक नहीं छू सका। इस तरह से 27.1 ओवर इन पूरी टीम केवल 99 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।
साउथ अफ्रीका टीम से मिले लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 7 विकेट के अंतर से जीता और सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमाया। भारत के लिए शुभमन गिल ने 49 रन बनाए, जबकि श्रेयस अय्यर ने 28 रन की नाबाद पारी खेली। वहीं शिखर धवन 8 रन व ईशान किशन 10 रन बनाकर पवेलियन लौटे। कुलदीप यादव गेंदबाजी में टीम के हीरो रहे, जिन्होंने 4 विकेट चटकाए। इसके अलावा वाशिंगटन सुंदर, शहबाज अहमद और मोहम्मद सिराज को दो-दो विकेट मिली।
साउथ अफ्रीका की तरफ से जानेमन मलान और क्विंटन डीकॉक ने पारी की शुरुआत की। लेकिन जल्द ही डीकॉक के रूप में टीम को पहला झटका लगा। उन्हें 6 रन के निजी स्कोर पर वाशिंगटन सुंदर ने आवेश खान के हाथों कैच करवाया। दूसरे विकेट के रूप में जानेमन मलान आउट हुए। उन्हें 15 रन के निजी स्कोर पर सिराज ने आवेश खान के हाथों कैच कराया। साउथ अफ्रीका को तीसरा झटका रीजा हैंड्रिक्स के रूप में लगा। उन्हें सिराज ने बिश्नोई के हाथों कैच कराया। इन फॉर्म बल्लेबाज मार्करम भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाए और 9 रन बनाकर शहबाज की गेंद पर आउट हुए।उनका कैच संजू सैमसन ने पकड़ा।
टीम को इनफॉर्म बल्लेबाज डेविड मिलर से काफी उम्मीदें थी लेकिन वह भी 7 रन बनाकर वाशिंगटन सुंदर का शिकार बने। उन्हें सुंदर ने क्लीन बोल्ड किया। छठे विकेट के तौर पर एंडिले फेहलुकवायो 5 रन के निजी स्कोर पर कुलदीप के हाथों बोल्ड हो गए। 7वें विकेट के रूप में क्लासेन को शहबाज अहमद ने 34 रन के स्कोर पर बोल्ड किया। 94 के स्कोर पर साउथ अफ्रीका दो झटके और लगे जब फोर्टुइन और नॉर्खिया आउट हुए। दोनों को एक ही ओवर में कुलदीप ने आउट किया। आखिरी विकेट के रूप में मार्को यान्सेन आउट हुए जिन्हें कुलदीप ने अपना चौथा शिकार बनाया। यान्सेन ने 14 रन बनाए।
भारत की प्लेइंग इलेवन – शिखर धवन (कप्तान), शुभमन गिल, ईशान किशन, श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, शहबाज अहमद, शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, अवेश खान।
साउथ अफ्रीका की प्लेइंग इलेवन – क्विंटन डीकॉक (विकेटकीपर), जानेमन मलान, रीजा हैंड्रिक्स, एडेन मार्करम, हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर (कप्तान), मार्को यान्सेन, एंडिले फेहलुकवायो, ब्योर्न फोर्टुइन, लुंगी एन्गिडी, ऑनरिक नॉर्खिया।