एजेंसी | उत्तराखंड में मानसून आफत बनकर बरस रहा है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। इस बीच निरंतर हो रही बारिश के चलते व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हो रही हैं। यही कारण है कि केदारनाथ में बारिश के कारण बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग में रोक दिया गया है। मौसम बिगड़ने से पहले सुबह लगभग 8 बजे तक सोनप्रयाग से 4953 तीर्थ यात्रियों को केदारनाथ धाम रवाना किया गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के मुताबिक पैदल मार्ग पर यात्रा चल रही है लेकिन बारिश के कारण सोनप्रयाग में यात्रियों को रोक दिया गया है
मानसून के बाद से ही केदारनाथ की यात्रा में गिरावट दर्ज की गई है। बीते 10 दिनों में केदारनाथ धाम में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों की औसतन संख्या 5000 के लगभग है। यात्रियों की संख्या घटने के कारण कारोबार पर भी असर पड़ रहा है, जिस कारण धाम में संचालित हो रहे सैकड़ों टेंट बंद हो गए हैं।
धाम में संचालित 8 हेली कंपनियों में से मात्र दो ही हेली कंपनियां सेवा दे रही हैं, बाकी सब वापस लौट गई हैं। केदारनाथ में गढ़वाल मंडल विकास निगम के कर्मचारी गोपाल सिंह कहते हैं कि 10 दिनों से यात्रियों की संख्या कम हो रही है। श्री केदार होटल एसोसिएशन के सचिव नितिन जमुकोली ने कहा कि मानसून के बाद से निरंतर यात्रियों की संख्या घटी है, उम्मीद के हिसाब से कारोबार नहीं चल रहा।
होटल कारोबारियों का कहना है कि सरकार द्वारा बार-बार केदारनाथ के लिए पंजीकरण व्यवस्था पर रोक लगाई गई, जिस कारण होटल कारोबारियों को रूटीन और एडवांस बुकिंग नहीं मिल पाई। टेंट कारोबार से जुड़े विनोद राणा संदीप भट्ट पवन राणा जगदीश राणा का कहना है कि केदारनाथ तक टेंट में कम ही यात्री ठहर रहे हैं। बीते एक पखवाड़े में काफी टेंट संचालक वापस लौट गए।