एजेंसी | बसपा सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वह किसी गठबंधन में शामिल नहीं होंगी और बसपा अपने दम पर लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। मायावती ने INDIA और NDA गठबंधन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वादे हवा-हवाई हैं और वह सत्ता में आने के लिए गठबंधन कर रही है।
आपको बता दें कि बेंगलुरु में विपक्षी एकता की बैठक में 18 जुलाई को विपक्ष ने अपने गठबंधन के नए नाम का ऐलान किया। इस गठबंधन को ‘INDIA’ नाम दिया गया है। जिसका फुलफॉर्म इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इनक्लूसिव अलायंस (INDIA) है। इस गठबंधन में देश की 26 राजनीतिक पार्टियां शामिल हुईं। विपक्षी एकता दल की बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी हुई, जिसे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संबोधित किया और सभी विपक्षी दलों का आभार जताया।
राहुल गांधी ने नए गठबंधन ‘INDIA’ के लिए कहा- ‘देश का पूरा धन चुने हुए लोगों के हाथ में जा रहा है। ये लड़ाई विपक्ष और बीजेपी के बीच में नहीं है। लड़ाई ‘एनडीए’ और ‘इंडिया’ के बीच में है, नरेंद्र मोदी और इंडिया के बीच में है। यह लड़ाई उनकी विचारधारा और ‘इंडिया’ के बीच है। जो भी देश की विचारधारा के सामने खड़ा होता है हमेशा उसकी हार होती है। हम एक साथ मिलकर देश में अपनी विचारधारा के बारे में बताएंगे। देश की आवाज को दबाया और कुचला जा रहा है, इसलिए ये नाम चुना गया।
इधर,विपक्षी दलों के गठबंधन के बाद दिल्ली के अशोका होटल में एनडीए की बैठक हुई। NDA ने विपक्षी दलों से टक्कर लेने के लिए 38 दलों के साथ गठबंधन किया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनडीए एक पॉजिटिव फोर्स है और हमारा एजेंडा, हमारी भावना और हमारा रास्ता पॉजिटिव है। इसके बाद उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि आप जो तस्वीरों में विपक्षी नेताओं की गलबहियां देख रहे हैं, दरअसल वो गलबहियां मिशन नहीं बल्कि मजबूरियां हैं। ‘ये पास-पास आ सकते हैं लेकिन साथ नहीं आ सकते। जीवन भर जिसका विरोध किया अब उसका सत्कार करने लगे। उनका कार्यकर्ता खुद भ्रमित है। देश के लोग मन बना चुके हैं कि तीसरी बार फिर एनडीए को ही अवसर देना है। देश का मन आप जानते हैं। विदेश का मन भी बहुत कुछ संकेत दे रहा है। भारत में जनमत किसके साथ है ये दुनिया को भी पता है।