वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आयोजित अखिल भारतीय मेयर सम्मेलन में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री में कहा कि अभी हाल में जब मैं काशी में था तब मैंने कहा था कि काशी का विकास पूरे देश के लिए विकास का एक रोडमैप बन सकता है। हमारे देश में ज़्यादातर शहर पारंपरिक शहर ही हैं, पारंपरिक तरीके से ही विकसित हुई है। आधुनिकीकरण के इस दौर में हमारे इन शहरों की प्राचीनता भी उतनी ही अहमियत है।
उन्होंने अखिल भारतीय मेयर सम्मेलन में कहा कि काशी के गंगा घाट पर दुनियाभर के पर्यटक आते हैं। काशी की अर्थव्यवस्था को चलाने में माता गंगा को बहुत बड़ा योगदान है। हम सभी को अपने शहरों की नदी के प्रति एक संवेदनशील अप्रोच अपनानी होगी। साथ ही बिजली के बिल को लेकर कहा कि आपको तय करना चाहिए कि मेरे शहर की हर गली में हर बल्ब एलईडी हो। इससे नगर पालिका, महानगर पालिका के बिजली का बिल काफी कम हो जाएगा और रोशनी भी अच्छी मिलेगी। उस प्रकार से अपने शहर के हर घर में भी एलईडी बल्ब उपलब्ध हो, इससे मध्यम वर्ग के घरों में बिजली का बिल कम होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि शहरों में दिव्यांगजनों को ध्यान में रखते हुए हर नई इमारत, नई रोड या अन्य निर्माण कार्य में सुगम्य भारत अभियान के प्रावधानों का पालन होना चाहिए। दिव्यांगजनों की तकलीफ को अपनी योजनाएं बनाते वक्त ध्यान में रखना जरूरी है।
भारतीय मेयर सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में काशी ने विकास के नए मापदंड स्थापित किए। 7 वर्ष पहले जो लोग काशी आए वो आज काशी को नहीं पहचानते क्योंकि 2014 के पहले काशी में बिना किसी प्लान के केवल अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए जो विकास होते थे वो यहां के जनजीवन की व्यवस्था को अस्त व्यस्त कर देते थे। इस सम्मेलन में सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे।