लखनऊ । देश के सबसे बड़े स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने उपभोक्ताओं के लिए नया नियम जारी किया है। इस नए नियम से बचत खाता रखने वाले उपभोक्ताओं की जेब ढीली हो सकती है।
एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार, लगातार अपनी नीतियों में बदलाव कर रहे एसबीआई अपने एक अप्रैल से नया नियम लागू करने जा रहा है जिसमें एक निश्चित बैलेंस से कम रखने वाले उपभोक्ता को फाइन भरना पड़ेगा। यह फाइन अभी सेविंग अकाउंट वाले उपभोक्ताओं को लगेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, सेविंग अकाउंट रखने वाले लोगों को एक अप्रैल से यह फाइन भरना होगा। कम बैलेंस पर खाता धारकों पर फाइन लगाने पर तर्क दिया जा रहा है कि इससे खाता को चालू रखने में जो लागत आती उसे निकालने के लिए ऐसा किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि नोटबंदी के बाद जिरो बैलेंस अकाउंट और बचत खातों को चलाने में भारी खर्च आ रहा है जिसे पूरा करने के लिए नया नियम बनाया गया है।
वर्तमान में एसबीआई 250 मिलियन यानी 25 करोड़ बचत खाते हैं। बैंक के नए नियम के अनुसार, शहरों में 5000 रुपए से कम मंथली बैलेंस होने पर फाइन लगेगा और ग्रामीण क्षेत्र में 1000 रुपए से कम मंथली बैलेंस होने पर फाइन देना पड़ेगा।
लेकिन फाइन के नए नियम में कहा गया है कि मिनिमम बैलेंस से जितनी राशि कम होगी उसका 50 फीसदी देना होगा। इसके बाद 50 रुपए फाइन प्लस सर्विस टैक्स देना होगा। अगर या राशि 50 से 75 फीसदी तक कम हुई तो 75 फीसदी फाइन और सर्विस टैक्स देना होगा।
वहीं अगर आपके खाते का बैलेंस 75 फीसदी से भी कम हुआ तो 100 रुपए और सर्विस टैक्स देना होगा।