लखनऊ। निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की 403 सीटों वाली विधानसभा के लिए 7 फेज में चुनाव होंगे। यूपी में 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा। 10 मार्च को वोटों की गिनती होगी।
चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से चुनाव के लिए नया प्रोटोकॉल बनाया गया है। कोविड की वजह से वोटिंग समय में एक घंटे का इजाफा किया गया है।
पहले चरण में 10 फरवरी को 15 जिलों की 73 सीटों पर चुनाव होंगे। जिसमें शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज में वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 14 फरवरी को 11 जिलों के 67 विधानसभा क्षेत्रों में सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत, खेरी, शाहजहांपुर और बदायूं में वोट डाले जाएंगे।
तीसरे फेज में 20 फरवरी को 12 जिलों के 69 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। जिसमें फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी और सीतापुर शामिल है और चौथे चरण में 23 फरवरी को 12 जिलों के 53 विधानसभा क्षेत्रों में प्रतापगढ़, कौशांबी, इलाहाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, रायबरेली और चित्रकूट में मतदान होंगे।
पांचवें चरण के 27 फरवरी को 11 जिलों के 52 विधानसभा क्षेत्रों में पांचवे चरण के बलरामपुर, गोंडा, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीर नगर, अमेठी और सुल्तानपुर में चुनाव होंगे और छठे चरण के चुनाव 3 मार्च को सात जिलों की 49 विधानसभा क्षेत्रों में महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, मऊ और बलिया में संपन्न होगें। वहीं सातवें चरण के 7 मार्च को 7 जिलों की 40 विधानसभा क्षेत्रों में गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही, सोनभद्रा और जौनपुर में वोट डाले जायेंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि उम्मीदवार कोरोना नियमों का पालन करते हुए चुनाव प्रचार करें और जहां तक संभव हो वर्चुअल प्रचार करेंगे। चुनाव आयोग हालात के मुताबिक आगे गाइडलाइंस जारी करेगा। काउंटिंग के बाद कोई रैली नहीं होगी। विजेता उम्मीदवार सर्टिफिकेट लेने के लिए 2 से अधिक सहयोगियों के साथ नहीं जाएंगे।