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Thursday, November 21, 2024

बालाघाट बना सबसे अधिक मलेरिया वाला शहर, केंद्र सरकार ने किया एक करोड़ मच्छरदानी देने का वादा

 

एजेंसी | मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में मलेरिया का सबसे ज्यादा असर है. जनवरी से  मई तक प्रदेश में 37 लाख 20 हजार 220 लोग बुखार से पीड़ित हुए. इन लोगों की मलेरिया की जांच करने पर 700 लोग मलेरिया से संक्रमित पाए गए. मलेरिया के सबसे ज्यादा मरीज बालाघाट जिले के निकले.यह जानकारी मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर मनसुख मांडविया को दी. इस दौरान चौधरी ने केंद्र सरकार से एक करोड़ मच्छरदानी उपलब्ध कराने की मांग की.

आपको बता दें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मांडविया ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वर्षाजनित बीमारियों की रोकथाम पर चर्चा की. इस दौरान लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि प्रदेश में वर्षाजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय किए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने अन्य संबंधित विभागों के समन्वय से जून माह में वर्षाकाल में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए रणनीति बनाई है. रोकथाम के उपायों को अमल में लाने के लिए नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को राज्य में वर्षाजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए किए गए इंतजामों की जानकारी दी.

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी एन्सेफेलाइटिस जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए टॉस्क फोर्स कमेटी की बैठक में रणनीति तैयार करने के साथ जन जागरूकता बढ़ाने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी भी दी. उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से राज्य को एक करोड़ मच्छरदानी जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का आग्रह किया.केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश को शीघ्र मच्छरदानियां प्रदाय करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया.

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि प्रदेश में मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियों पर बहुत हद तक नियंत्रण पाया गया है. मलेरिया के इस वर्ष मिले 700 प्रकरण में अधिकांश प्रकरण बालाघाट जिले से हैं. वहां मलेरिया की रोकथाम पर विशेष फोकस किया जा रहा है. मलेरिया रोधी दवाई का भी छिडक़ाव किया जा रहा है. जनवरी से मई 2023 तक 37 लाख 20 हजार 220 बुखार रोगियों की मलेरिया जांच की गई. इनमें 232 रोगी वायवेक्स मलेरिया और 529 फेल्सीपेरम मलेरिया के पाए गए. जनवरी से मई 2023 तक डेंगू की कुल 8 हजार 155 जांच में 325 प्रकरण पॉजिटिव रिपोर्ट हुए. चिकनगुनिया की 1357 जांच में 117 प्रकरण पॉजिटिव पाए गए. डेंगू से प्रभावित जिलों में भोपाल, विदिशा, ग्वालियर, जबलपुर और इंदौर हैं.

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रदेश में वर्षाजनित बीमारियों की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है.प्रभावित क्षेत्रों और मच्छरों के पनपने वाले स्थानों पर कीटनाशक दवाई का छिडक़ाव और फॉगिंग आदि की जा रही है.नागरिकों को मच्छरों के पनपने को रोकने और मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाने के लिये जागरूक किया जा रहा है.

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