मेधज टेक्नोकांसेप्ट के मुख्यालय में किया गया रक्तदान शिविर का आयोजन
कंपनी के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों ने किया रक्तदान
लखनऊ। पॉवर, वाटर, आईटी व सड़क निर्माण की अग्रणी सलाहकार कंपनी मेधज टेक्नोकांसेप्ट प्रा.लि. के सीएमडी डॉ. समीर त्रिपाठी के नेतृत्त्व में एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह रक्तदान शिविर कंपनी के पॉवर सेक्टर चौराहा कानपुर रोड स्थित मेधज टावर में आयोजित किया गया। जिसमे कंपनी के मुख्यालय स्थित समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों ने रक्तदान किया।
आज ही रक्तदान क्यों?
आज के दिन रक्तदान के ज्योतिषीय आध्यात्मिक पहलू के महत्त्व को रेखांकित करते हुए डॉ. समीर त्रिपाठी ने बताया कि आज पितृपक्ष का अंतिम मंगलवार है और मंगल इस समय अस्त हैं व सूर्य की डिग्री के एकदम पास हैं। इसके अतिरिक्त इस संवत्सर के राजा मंगल हैं और वर्तमान में पृथ्वी तत्त्व राशि में हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि मंगल इस समय कन्या राशि में हैं जो दर्शाता है को वो कर्म हमें भोगना ही है उससे हम बच नहीं सकते और मंगल धरती माता के पुत्र भी हैं।
डॉ. समीर त्रिपाठी ने आज के दिन रक्तदान के लाभ को बताते हुए कहा कि मंगल रक्त के कारक हैं जो रक्त संबंधी, विवाद संबंधी सबसे महत्त्वपूर्ण ग्रह हैं। मंगल पुलिस व आर्मी के भी कारक हैं इसलिए आज जो भी रक्तदान करेगा या इसमें सहयोग देगा उसका मंगल ही मंगल होगा।
डॉ. समीर त्रिपाठी ने यह भी कहा कि इसके अतिरिक्त रक्तदान का एक मानवीय पहलू भी है वो यह कि तमाम लोग रक्त के अभाव में अपना जीवन खो देते हैं ऐसे में हमारी यह मानवीय व सामाजिक जिम्मेदारी है कि सभी स्वस्थ व्यक्ति समय-समय पर चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार रक्तदान करते रहें ताकि रक्त के अभाव में बहुमूल्य मानवीय जीवन असमय ही समाप्त न हो जाय।
रक्तदान शिविर का शुभारंभ डॉ. समीर त्रिपाठी ने सर्वप्रथम स्वयं रक्तदान करके किया। इस अवसर पर उनकी माता व कंपनी की डायरेक्टर श्रीमती रेखा त्रिपाठी व पुत्री हर्षा त्रिपाठी की गरिमामय उपस्थिति रही।
इस रक्तदान शिविर में चिकित्सकीय मानदंडों के अनुरूप रक्त निकालने व एकत्र करने के लिए संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस (SGPGI) की टीम मौजूद रही। जिसमें डॉ.बृजेश, डॉ.पल्लवी, डॉ.अनुपम, टेक्निशियन तोयज यादव, पंकज सैनी आदि मौजूद रहे। ब्लड कलेक्शन के लिए SGPGI की ब्लड कलेक्शन वैन भी थी। शिविर में लगभग 50 लोगों ने रक्तदान किया।