कानपुर : पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में शुक्रवार को रिजर्वेशन कनफर्म न होने के बाद भी आरक्षित कोच में यात्रा कर रहे मैनपुरी के एक परिवार ने टीटीई के विरोध जताने पर उस पर हमला बोल दिया। सेंट्रल पर जब आरपीएफ ने पूछताछ की तो वे जवान से भिड़कर धरने पर बैठ गए। बाद में उनसे माफीनामा लिखवाकर छोड़ दिया गया।
मैनपुरी निवासी मनोज कुमार गुप्ता, उनकी पत्नी रितु, विजय गुप्ता, गौरी, रिंकू, रेखा व संजय पुरी दर्शन कर पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से लौट रहे थे। परिवार के पांच लोगों का आरक्षण एस वन कोच में था जबकि दो की टिकट कनफर्म नहीं थी। इलाहबाद से चढ़े टिकट निरीक्षक अशोक कुमार ने दूसरे की आरक्षित सीट पर बैठी गौरी से हटने को कहा। इस बात को लेकर विवाद शुरू हुआ और परिवार ने टीटीई पर हमला कर दिया। आरोप लगाया कि टीटीई ने गौरी से अभद्रता की है। अपराह्न साढ़े बारह बजे जब ट्रेन सेंट्रल पहुंची तो मुख्य टिकट निरीक्षक एके गुप्ता व आरपीएफ की टीम कोच में गई। आरपीएफ ने टिकट निरीक्षक और परिवार का बयान दर्ज करना चाहा तो परिजनों ने फिर हंगामा शुरू कर दिया। मुख्य टिकट निरीक्षक ने विरोध जताया तो एक युवक ने मेमू फाड़ डाला। आरपीएफ ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो युवक सिपाही से भिड़ गए। सिपाही ने युवक को पीट दिया। इस पर परिवार हंगामा कर प्लेटफार्म दो पर धरने पर बैठ गया। परिवार को आरपीएफ थाने ले जाया गया और दो लोगों का टिकट वेटिंग देख माफीनामा लिखवाकर छोड़ दिया गया।