मुबंई। भारत के दूरसंचार क्षेत्र में कीमतों और प्रतिस्पर्धा को नई ऊंचाई पर ले जाते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने गुरुवार को कहा कि रिलायंस जियो का वाणिज्यिक संचालन 5 सितंबर से शुरू हो जाएगा और घरेलू कॉल इस पर हमेशा मुफ्त रहेगा। साथ ही उन्होंने चार महीने के बिल्कुल मुफ्त शुरुआती ऑफर की भी शुरुआत की। कंपनी के 42वें वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए रिलायंस अध्यक्ष ने कहा, “कॉल करने के लिए पैसे खर्च करने के युग का अंत हो गया है।
अब किसी भी जियो उपभोक्ता को वॉयस कॉल के लिए पैसे नहीं देने पड़ेंगे।” अपने 90 मिनट के भाषण में उन्होंने 169 बार जियो का उल्लेख किया।
अंबानी की मेजबानी में की गई इस पेशकश के तहत 5 सितंबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक जियो के एप बुटीक पर सभी सेवाएं मुफ्त में उपलब्ध रहेंगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष ने कहा, “उपभोक्ताओं को केवल एक सेवा का भुगतान करना होगा, चाहे वॉयस या डेटा। दोनों नहीं।”
उन्होंने कहा, “दुनिया भर के सेवा प्रदाता केवल डेटा का शुल्क वसूलते हैं, जबकि वॉयस और मैसेज को साथ में मुफ्त दिया जाता है। अब वॉयस कॉल का जमाना खत्म हो गया है और भारत जियो नेटवर्क के साथ नए युग में पहुंच रहा है। अब समूचा भारत एक होगा, रोमिंग के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं चुकाना होगा।”
रिलायंस ने कभी कभार डेटा इस्तेमाल करनेवालों के लिए 19 रुपये का टैरिफ प्लान भी घोषित किया है। इसके बाद कम डेटा इस्तेमाल करनेवालों के लिए न्यूनतम मासिक शुल्क 149 रुपये रखा गया है, जबकि अधिकतम मासिक शुल्क 4,999 रुपये है जो सबसे ज्यादा डेटा इस्तेमाल करनेवालों से वसूला जाएगा।
इसके साथ ही कंपनी ने अपनी टीम को 10 करोड़ ग्राहक जुटाने का लक्ष्य दिया है, जबकि देश में वर्तमान में 15 करोड़ ब्रॉडबैंड उपभोक्ता हैं। जियो इसके अलावा हैंडसेट के कारोबार में भी है और कंपनी का सबसे किफायती हैंडसेट 2,999 रुपये में उपलब्ध है।
इसमें कहा गया है कि जियो मार्च, 2017 तक भारत की जनसंख्या के 90 फीसद तक पहुंच बना लेगा।
न्यू हैंडसेट्स (एलवाईएफ) की शुरुआत 2,999 रुपये से होगी। रोमिंग शुल्क नहीं लेगेंगे।
साथ ही दूसरे संचालकों की 250 रुपये प्रति जीबी डेटा की बजाय जियो 50 रुपये प्रति जीबी (बेस रेट) पर डेटा उपलब्ध कराएगा।
जियो की जो मुफ्त सेवा 31 दिसंबर 2017 तक उपलब्ध होगी, उसकी वास्तविक कीमत 15,000 रुपये है, जो इसके बाद चुकाने पड़ेंगे।
जियो स्टार्टअप को मदद देने के लिए 5,000 करोड़ रुपये के डिजिटल फंड मुहैया कराएगी।
जियो दुनिया का सबसे बड़ा 100 फीसदी 4जी नेटवर्क बन चुका है।