न्यू दिल्ली, NOI| अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने चालू वित्त वर्ष में देश के विकास दर अनुमान में एक फीसदी की कटौती की है, जिसका मुख्य कारण नोटबंदी से अर्थव्यवस्था पर पड़े बुरे असर को बताया गया है। इसी के साथ आईएमएफ ने इसके असर से अगले वित्त वर्ष के अग्रिम अनुमान में भी 0.4 फीसदी अंकों की कटौती की है।
आईएमएफ ने इससे पहले 31 मार्च को खत्म होने वाले चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार 7.6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था।
आईएमएफ ने सोमवार को जारी की गई नवीनतम विश्व आर्थिक परिदृश्य (डब्ल्यूइओ) रिपोर्ट में कहा, “भारत में वर्तमान (2016-17) और अगले वित्त वर्ष के लिए विकास दर के अग्रिम अनुमान में क्रमश: एक फीसदी और 0.4 फीसदी की कटौती की जाती है. इसका प्रमुख कारण नोटबंदी के कारण नकदी की कमी और भुगतान में खलल के कारण हुई अस्थायी नकारात्मक खपत है।”